मित्रता पर दोहे – गोपाल ‘सौम्य सरल
यहां पर *गोपाल ‘सौम्य सरल’ द्वारा रचित सच्ची मित्रता को समर्पित एक रचना प्रस्तुत है।
यहाँ पर कवि गोपाल ‘सौम्य सरल’ के कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
यहां पर *गोपाल ‘सौम्य सरल’ द्वारा रचित सच्ची मित्रता को समर्पित एक रचना प्रस्तुत है।
13 जून 2022 को साहित रा सिंणगार साहित्य ग्रुप के संरक्षक बाबूलाल शर्मा ‘विज्ञ’ और संचालक व समीक्षक गोपाल सौम्य सरल द्वारा ” रोटी” विषय पर चौपाई छंद कविता आमंत्रित किया गया जिसमें से रोटी पर 5 बेहतरीन कविताएं चयनित किया गया। जो कि इस प्रकार हैं- कविता 1 भूख लगे तब रोटी खाना।तभी लगे … Read more