हरीश व्यास जी का कवितायेँ
हरीश व्यास जी का कवितायेँ कब चमकेगी किरन ? बोझिल सा जीवन-तनहा सा यौवन,ना जानें कौन घड़ी-होगा मिलन, ये बिजली की कड़-कड़-हंसाती कभी है,ये सावन की बूंदे-रुलाती कभी है,तीरगी भरे जीवन का-ना कोई मस्कन. शबेग़म लिए संग-भटकूँ मैं रहगुज़र,वस्ल का आए प्रसंग-उस क्षण से हूं बेखबर,जिनके जिगर फ़िगारो हैं,उन्हें छेड़े पवन. वीरांकदे में ग़मज़दा हूं,आए … Read more