गाँधी की जरूरत -पद्मा साहू “पर्वणी”
गाँधी की जरूरत -पद्मा साहू "पर्वणी" पदमा साहू "पर्वणी" के दोहेखैरागढ़ जिला राजनांदगांव छत्तीसगढ़ mahatma ghandh गाँधी की जरूरत -पद्मा साहू "पर्वणी" "पुनः जरूरत देश को, गाँधी तेरी आज।"*सत्य अहिंसा…
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर० पद्मा साहू के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
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इस वर्ष नववर्ष पर कविता बहार द्वारा निम्न हिंदी कविता संकलित की गयी हैं आपको कौन सा अच्छा लगा कमेंट कर जरुर बताएं नववर्ष पर हिंदी कविता नववर्ष पर हिंदी…
कविता संग्रह नारी का साहस जग में नारी का अवतार चार,माता , भार्या, पुत्री, बहना।सौम्य स्वभाव ,त्याग ,सेवा ,नारी का है अद्भुत गहना।नारी साहस, प्रेरणा की मूर्ति ,ममता ,वात्सल्य नारी…
पिता सदा आदर्श हैं (पिता पर दोहे) ख्याल रखें संतान का, तजकर निज अरमान।खुशियाँ देते हैं पिता, रखतें शिशु का ध्यान। ।१मुखिया बन परिवार का , करतें नेह समान ।पालन…
यह रचना उल्लाला छंद है जो अंतः प्रेरणा से संबंधित है। कवयित्री पद्मा साहू "पर्वणी" खैरागढ़ छत्तीसगढ़
हिन्दी कुंडलिया: घायल विषय घायल रिपु रण में मिले , शरणार्थी है जान ।प्राण बचाने शत्रु का, नीर कराओ पान।नीर कराओ पान, सीख मानवता लेकर।भेदभाव को त्याग, प्रेम का परिचय…
एक दिव्यांग अपनी दिव्यांगता को कमजोरी नहीं बल्कि आत्म बल साहस बना सबको एक नई दिशा देता है और नित आगे बढ़ता है
महिमा मोर छत्तीसगढ़ के छत्तीसगढ़ महतारी मोर, तोर महिमा हे बड़ भारी।गजब होवत हे नवा बिहान, छत्तीसगढ़ के संगवारी। ये भुइयाँ के नाम हे पहिली दक्षिण महाकोसल,अउ हे छत्तीस किला…
मोर छत्तीसगढ़ के भुंईयां मोर जनमभूमि के भुंईयां मा माथ नवावंव गा।मोर छत्तीसगढ़ के भुंईयां मा माथ नवावंव गा।।जनम लेंव इही माटी मा ,,,,,2इही मोर संसार आवय गा--मोर..................... इंहा किसम-…