Tag: *नशा मुक्ति अभियान पर कविता
-
नशा नर्क का द्वार है – बाबूराम सिंह
हिंदी कविता – नशा नर्क का द्वार है मानव आहार के विरूध्द मांसाहार सुरा,बिडी़ ,सिगरेट, सुर्ती नशा सब बेकार है।नहीं प्राणवान है महान मानव योनि…
-
नशा नाश करके रहे- विनोद सिल्ला
यहां पर नशा नाश करके रहे , जो कि नशा मुक्ति पर लिखी गई विनोद सिल्ला की कविता है। नशा नाश करके रहे नशा नाश…