Posted inहिंदी कविता क्रान्ति की राह पर -प्रकाश गुप्ता हमसफ़र *'' क्रान्ति की राह पर ''**- - - - - - - - - - - - - -*हमारे ज़िस्म कोबोटी-बोटी काट करहमारी ज़िन्दा रूह कीचीखों को निकालकरहमारे ख़ौलते खून… Posted by कविता बहार July 9, 2022