रामधारी सिंह दिनकर / श्याम कुँवर भारती
पूर्णिका _ दिनकर जैसा । हिंदी है हिंद का हृदय कोई आज ये सोचता है क्या।हिंदी बांधती है राष्ट्र को एक सूत्र कोई मानता है क्या। कलम में खूब जान डाल दे रचना में सभी रंग भर दे।रामधारी सिंह दिनकर जैसा कोई लिखता है क्या। जो लिख दिया पहचान बन गई देश की शान बन … Read more