विश्वास के पुल – सन्त राम सलाम

कविता संग्रह

विश्वास के पुल उफनती नदी में उमड़ता सैलाब, पुलिया के नीचे पानी गहरा है।बीच मझधार में फँसा है जीवन, विश्वास के पुलिया पर ठहरा है।। जीवन मृत्यु दो छोर जीवन के, जहाँ पर पाँच तत्वों का पहरा है।सजग हवा सोते हैं साँसों पर, तब तब ही यह जीवन कहरा है।। धूप और छाँव में बीतता … Read more

Loading

भूट्टे की भड़ास बाल कविता

बाल कविता

बाल कविता भूट्टे की भड़ास एक भूट्टा का मूंछ पका था,दूसरे भूट्टे का बाल काला।डंडा पकड़ के दोनों खड़े थे,रखवाली करता था लाला।। शर्म के मारे दोनों ओढ़े थे,हरे रंग का ओढ़नी दुशाला।ठंड के मौसम टपकती ओस,खूब पड भी रहा था पाला।। मारे ठंड के दोनों ही भूट्टे,मांगने लगे चाय का प्याला।चूल्हे की आग से … Read more

Loading

रसीले आम पर कविता – सन्त राम सलाम

🥭रसीले आम पर कविता🥭 रसीले आम का खट्टा मीठा स्वाद,बिना खाए हुए भी मुंह ललचाता है।गरमी के मौसम में अनेकों फल,फिर भी आम मन को लुभाता है।। वृक्ष राज बरगद हुआ शर्मिंदा,पतझड़ में सारे पत्ते झड़ जाते हैं।आम की ड़ाल पर बैठ के कोयल,फुदक – फुदक के तान सुनाते हैं।। बसन्त ऋतु में बौराते है … Read more

Loading

तटरक्षक दिवस पर कविता

भारतीय तटरक्षक दिवस

 हर साल 1 फरवरी को मनाया जाता है। 1 फरवरी 1977 को भारत में एक अंतरिम तटरक्षक संगठन के गठन का निर्णय लिया गया। तटरक्षक या तटरक्षक बल एक नौसेना के समान सैन्य या अर्द्ध-सैन्य संगठन होता है, परन्तु इसका मुख्य कर्तव्य आतंकवाद और अपराध से एक देश के समुद्री क्षेत्रों की रक्षा करना है, इसके अतिरिक्त यह खतरे में पड़े … Read more

Loading

बापू की यादें – सन्त राम सलाम

mahatma ghandh

बापू की यादें – सन्त राम सलाम मोहन दास करम चन्द गाॅधी, बालक पन में तेरा नाम धरे।तोड़े गुलामी अंग्रेजी हुकूमत,स्वदेश भारत को आजाद करे।। बने बैरिस्टर दक्षिण अफ्रीका में, लौटे स्वदेश तो सुंदर पैरवी करे।लोहा तो लोहा को काटता है, अद्भुत सूत्र को अपने मन में धरे ।। 2 अक्तूबर 1869 में जन्म लिए,पुतली … Read more

Loading

राह निहारूं माई- सन्त राम सलाम

maa-par-hindi-kavita

यहाँ मान पर हिंदी कविता लिखी गयी है .माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है। राह निहारूं माई – सन्त राम सलाम सांझ सबेरे तेरी,,,,,,,,राह निहारूं माई,,,,,,,,,मुझे छोड़-छोड़ मां तू, कहां चली जाती है। … Read more

Loading

बापू की यादें – सन्त राम सलाम

mahatma ghandh

बापू की यादें – सन्त राम सलाम बापू की यादें – सन्त राम सलाम, बालक पन में तेरा नाम धरे।तोड़े गुलामी अंग्रेजी हुकूमत,स्वदेश भारत को आजाद करे।। बने बैरिस्टर दक्षिण अफ्रीका में, लौटे स्वदेश तो सुंदर पैरवी करे।लोहा तो लोहा को काटता है, अद्भुत सूत्र को अपने मन में धरे ।। 2 अक्तूबर 1869 में … Read more

Loading

वीर सपूत की दहाड़ – सन्त राम सलाम

tiranga

वीर सपूत की दहाड़ – सन्त राम सलाम चलते हुए मेरे कदमों को देखकर,जब मुझे पर्वत ने भी ललकारा था।सीना ताने शान से खड़ा हो गया,मैं भी भारत का वीर राज दुलारा था।। मत बताना मुझे अपनी औकात,मैंने पर्वतों के बीच में दहाड़ा था।तेरे जैसे कई पहाड़ी के ऊपर में,कई जानवरों को भी पछाड़ा था।। … Read more

Loading

लाला लाजपत राय -सन्त राम सलाम

कविता संग्रह

लाला लाजपत राय – सन्त राम सलाम द्वारा रचित हाथ जोड़ने से नहीं मिलेगा,न भीख और न कोई अधिकार।आजादी के लिए बनना होगा,गरम लोहा से बनकर हथियार।। लाल बाल पाल गरम दल के नेता,भारतीय क्रांतिकारी में नाम गिनाए।पुलिस अफसर सांडर्स को गोली से,राज गुरु व भगतसिंह ने मार गिराए।। गुलाब देवी थी लाजपत राय की … Read more

Loading

नववर्ष पर हिंदी कविता

कविता संग्रह

इस वर्ष नववर्ष पर कविता बहार द्वारा निम्न हिंदी कविता संकलित की गयी हैं आपको कौन सा अच्छा लगा कमेंट कर जरुर बताएं नववर्ष पर हिंदी कविता : महदीप जँघेल निशिदिन सुख शांति की उषा हो,न शत्रुता, न ही हो लड़ाई।प्रेम दया करुणा का सदभाव रहे,सबको नववर्ष की हार्दिक बधाई। विश्व बंधुत्व की भावना हो … Read more

Loading