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नंदा जाही का संगी -सुशील कुमार राजहंस
नंदा जाही का संगी -सुशील कुमार राजहंस कविता संग्रह हां संगवारी धीरे धीरे सब नंदात हे।मनखे मशीन के चक्कर म फंदात हे।किसानी के जम्मो काम अब इहि ले हो जात…
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर० सुशील कुमार राजहंस के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .