बाल भिक्षु पर कविता

दर्द न जाने कोय..... बाल भिक्षु पर कविता(विधाता छंद मुक्तक) झुकी पलकें निहारें ये,रुपैये को प्रदाता को।जुबानें बन्द दोनो की,करें यों याद माता को। अनाथों ने, भिखारी नें,तुम्हारा क्या बिगाड़ा…

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आओ खेल खेलें- दीपा कुशवाहा

"आओ खेल खेलें" कविता संग्रह एक कदम बढ़ाओ जोश दिखाओछुपे अपने प्रतिभाओं को होश में लाओजिम्मेदारियों की चादर में ढक गईअपनी खेल जिज्ञासा को जगाओमजबूती की ढाल पकड़कर तुमनई उम्मीदों…

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आओ खेलें खेल- वर्तिका दुबे

आओ खेलें खेल- वर्तिका दुबे आओ खेले खेल भइया आओ खेले खेल। खेल खेल में हो जाता है संस्कृतियों का मेल। खेल में होता दिमाग चुस्त शरीर स्वस्थ निरोगी। जीवन…

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काश मेरा भी भाई होता !! रक्षाबंधन पर कविता

रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ ।। रक्षाबंधन पर बहन के तरफ से भाई के लिए प्रेम भावना प्रकट किया है ।।

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आओ खेल खेलें-रिंकीकाशी नरेश यादव

आओ खेल खेलें कविता संग्रह आओ जीवन के सतरंगी खेल खेले, अपनी कला को प्रदर्शित करें । चलो खुद मे एक विश्वास लाए, आओ हम एक खेल खेले । है…

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shri Krishna
Shri Krishna

आओ मेरे श्याम -बिसेन कुमार यादव ‘बिसु’

आओ मेरे श्याम -बिसेन कुमार यादव 'बिसु' जन्माष्टमी महोत्सव पर कविता Shri Krishna गोपियों के संग रास रचैया तुम हो मेरे किशन कन्हैया।तेरे आराधक तुम्हें बुला रही है,चले आओ मेरे…

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छत्तीसगढ़ के बघवा बैरिस्टर छेदीलाल ठाकुर

बैरिस्टर छेदीलाल ठाकुर की जयंती गणेश चतुर्थी पर विशेष

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चलो चले खेल खेलें

खेल खेलना हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण है । खेल खेलने से हमारा स्वस्थ भी ठीक रहता है और शरीर में भी फूर्ती रहती है ।

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आओ खेलें खेल -संजय कुमार गुप्ता

आओ खेलें खेल जीवन के इस दौड़ में,चल थोड़ा शामिल हो जाएं।उत्साह और उमंग से,चल ऐसा अभ्यास करें।स्फूर्ति और चपलता से,नित जीत का नया स्वाद चखें।तोड़ डालें पूर्वानुमानों को,इतना हम…

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