महादेवी वर्मा के १० सर्वश्रेष्ठ कवितायेँ

यह सपने सुकुमार कविता |महादेवी वर्मा यह सपने सुकुमार तुम्हारी स्मित से उजले!कर मेरे सजल दृगों की मधुर कहानी,इनका हर कण हुआ अमर करुणा वरदानी,उडे़ तृणों की बात तारकों से कहने यहचुन प्रभात के गीत, साँझ के रंग सलज ले! लिये छाँह के साथ अश्रु का कुहक सलोना,चले बसाने महाशून्य का कोना कोना,इनकी गति में … Read more