बापू की यादें – सन्त राम सलाम

mahatma ghandh

बापू की यादें – सन्त राम सलाम बापू की यादें – सन्त राम सलाम, बालक पन में तेरा नाम धरे।तोड़े गुलामी अंग्रेजी हुकूमत,स्वदेश भारत को आजाद करे।। बने बैरिस्टर दक्षिण अफ्रीका में, लौटे स्वदेश तो सुंदर पैरवी करे।लोहा तो लोहा को काटता है, अद्भुत सूत्र को अपने मन में धरे ।। 2 अक्तूबर 1869 में … Read more

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शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि – राकेश सक्सेना

शहीदों पर कविता

शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि – राकेश सक्सेना बापू तुम जब चले गये, पीछे बहुत बवाल हुआ।आजादी के बाद देश में, रह रह कर सवाल हुआ।। हे बापू तुमने क्या किया? हे बापू तुमने क्या किया? सूत काता, चरखा चलाया, खादी पहन देशी अपनाया।नमक आंदोलन, डांडी यात्रा, अनशन कर फिरंगी भगाया।। स्वदेशी का आगाज़ कर, विदेशियों … Read more

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गणतंत्र दिवस – अकिल खान

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गणतंत्र दिवस – अकिल खान भारत की शान पर हो जाऊंँ कुर्बान,लब पे सदा रहे भारत का गुणगान।देश के संविधान का एसा हुआ था आरंभ, 26जनवरी1950 को गणतंत्र हुआ प्रारंभ। हिंदुस्तान है वीर पराक्रम योद्धाओं से भरा,देख युद्ध कौशल-साहस दुश्मन हम से डरा।बनो नेक इंसान न करो अनर्गल-बहस,मुबारक हो आप सभी को,गणतंत्र दिवस। इस आजादी … Read more

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अमर शहीदों पर कविता – महदीप जँघेल

शहीदों पर कविता

अमर शहीदों पर कविता – महदीप जँघेल जिसके दम पर खड़ा है भारत,जिसे पूरा राष्ट्र करे सलाम।भारत के ऐसे अमर शहीदों को,हमारा शत् शत् है प्रणाम। आजादी के लिए खून बहाकर,देते वीर देशभक्ति का पैगाम।राष्ट्र के लिए मर मिटने वाले,अमर शहीदों को सादर प्रणाम। गुलामी का जंजीर तोड़कर,किया राष्ट्र धर्म का काम।वीर सपूतों को जन्म … Read more

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सूरज पर कविता – सुकमोती चौहान “रुचि

प्रेरणा दायक कविता

सूरज पर कविता – सुकमोती चौहान “रुचि रवि की शाश्वत किरण – सीसरिता की अनवरत धार – सीलेखनी मेरी चलती रहनाजन-जन की वाणी बनकरमधुर संगीत घोलती रहनाउजड़े जीवन की नीरसता में।छा जाना मधुमास बनकरपतझड़ की वीरानी में। तुम्हें करनी है यात्राजीवन के अवसान तकसाँसों में समाविश्वपटल की शिला परउकेरनी है तुम्हें यथार्थ का चित्र। दीन … Read more

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बाल कविता सुन्दर वन में – पद्ममुख पंडा

बाल कविता

बाल कविता सुन्दर वन में – पद्ममुख पंडा सुन्दर वन में, एक अजब सा खेल हो गया,टिमकु भालू और चमकी बंदरिया का मेल हो गया।आपस में, दोनों को इतना प्यार हो गया,कि, हमेशा एक दूसरे का मदद गार हो गया। जंगल में इसकी चर्चा खूब चलने लगी,चंपक शेर को यह बात बहुत खलने लगी।चमकी को … Read more

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आधुनिकता की आग – पं. शिवम् शर्मा

कविता संग्रह

आधुनिकता की आग – पं. शिवम् शर्मा जरा सी नई धूप क्या लगी सिनेमा जगत की ,जिस्म की जमी पर !नस्ल की फसल बढ़ भी ना पाई की पक गई !! लिवास छोटे – छोटे और छोटे होते ही चले गए !नंगे जिस्म पर पेटिंग रच गई !! कट गए पेड़ कपास के जमी से … Read more

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वीर सपूत की दहाड़ – सन्त राम सलाम

tiranga

वीर सपूत की दहाड़ – सन्त राम सलाम चलते हुए मेरे कदमों को देखकर,जब मुझे पर्वत ने भी ललकारा था।सीना ताने शान से खड़ा हो गया,मैं भी भारत का वीर राज दुलारा था।। मत बताना मुझे अपनी औकात,मैंने पर्वतों के बीच में दहाड़ा था।तेरे जैसे कई पहाड़ी के ऊपर में,कई जानवरों को भी पछाड़ा था।। … Read more

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भारत के वीर – पंडित अमित कुमार शर्मा

शहीदों पर कविता

भारत के वीर – पंडित अमित कुमार शर्मा उगा है सूरज जो आज खुशियों कालहर रहा तिरंगा जो भारत काचमक उठी है जो सबके चेहरे परये देन है वीर जवानों का। चलते हैं बर्फ परजब हम अपने बिस्तर में होते हैजब हम गाते हैं खुशियों के गीततब दुश्मन को मौत की नींद सुलाते है। सजता … Read more

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चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी

tiranga

चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी आन बान शान का ,विधान आज देखिये,हो रहा है देश का ,उत्थान आज देखिये।1। अप्सरा भी स्वर्ग से,उतरने को उतावली,धन्य भरत-भूमि की मुस्कान आज देखिये।2। सप्तरंगी परिधान अम्बर को मोह रहा-चूमता तिरंगा आसमान आज देखिये।3। नित्य नव प्रशस्त पन्थ देश-प्राण बढ़ रहा,जिसके हाथ में सजग कमान आज देखिये।4। ऊॅच-नीच,भेदभाव … Read more

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