मां एक ऐसा रिश्ता – हरनीत कौर नैय्यर

मातृपितृ पूजा दिवस भारत देश त्योहारों का देश है भारत में गणेश उत्सव, होली, दिवाली, दशहरा, जन्माष्टमी, नवदुर्गा त्योहार मनाये जाते हैं। कुछ वर्षों पूर्व मातृ पितृ पूजा दिवस प्रकाश में आया। आज यह 14 फरवरी को देश विदेश में मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ में रमन सरकार द्वारा प्रदेश भर में आधिकारिक रूप से मनाया जाता है।

mother their kids
माँ पर कविता

मां एक ऐसा रिश्ता


मां एक ऐसा रिश्ता जो दिल के करीब है
जो दिल की धड़कन है
मां आज भी तेरी बेटी भी एक मां है
अब माँ बनकर कर समझी हूं
जो समझ ना पाई थी कभी तेरी डांट
सुनकर गुस्सा होती थी  
कभी जो फिकर मेरे लिए करती थी
तो मुझे डांट लगा कर 
तो तुम भी छुप छुप कर रोती थी
उस प्यार भरे एहसास को समझी हूं मैं अब
कल तक तो थी मां तेरे आंचल में अब खुद मां हो गई मैं तूने जो   

सींचा है मुझको प्यार दुलार किया जो मुझको
बस वही करने लगी हूं मैं
अपने ही बच्चों में खुद को तलाश रही
मैं ममता की मूरत बन कर उनको पाल रही हूं
तेरे दिए संस्कारों से उनको सवार रही हूं
मां तेरी ही परछाई हूं मैं पर
तेरे जैसी   ममता कहां
तेरे बलिदानों के आगे झुकता है मेरा तो मस्तक  

मां जन्म देकर जो सही थी पीड़ा तुमने
कर्ज कभी ना चुका पाऊंगी
प्यार सिखाने सबको ही शायद मां तुम आई हो
निश्चल प्रेम करके ममता की मूरत कहलाई हो
अपने दर्द भूल तुम  जीवन देने आई हो
मां शब्द नहीं है मेरे पास तेरे गुणगान के लिए
मां तुम हो अनमोल  ममता भरा दिल लाई हो।

हरनीत कौर नैय्यर

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