प्रजा ही है असली राजा – प्यारेलाल साहू

प्रजा ही है असली राजा – प्यारेलाल साहू

कविता संग्रह
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प्रजा बजा सकती है बड़े बड़ों का बाजा।
प्रजा ही है इस देश का प्यारे असली राजा।।

मंत्री समझ बैठे हैं खुद को भारत भाग्य विधाता।
पता चलता है औकात तब, जब चुनाव है आता।।

हाथ जोड़ते नाक रगड़ते कहते माई बाप।
माफ कर कर दो अनजाने में हो गये जो पाप।।

चुनाव जीतने के लिए देते क्या क्या प्रलोभन।
पैसा लेकर वोट देना ये है कार्य अशोभन।।

अपने मताधिकार का करो सही उपयोग।
जड़ से उखाड़ फेंको भ्रष्टाचार का रोग।।

जागरूक मतदाता ही है,प्रजातंत्र की शान।
अपने अधिकार और कर्तव्यों का जिसको हो ज्ञान।।

जनता के द्वारा, जनता का, जनता के लिए हो शासन।
यही है सच्चा राष्ट्र प्रेम और प्यारे राष्ट्र आराधन।।

*गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ*

प्यारेलाल साहू मरौद(छ.ग.)

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