हर क्षण नया है।
साल नया आ गया गौर से देखो हर क्षण नया होता है।
कुछ मिलता है, कुछ खोना होता है।
हर क्षण नया होता है।
जीवन के इस सफर में, कोई अपना कोई पराया होता है।
सुख, दुःख की दो धार में,हर क्षण नया होता है।
लोग मिलते हैं बिछड़ते हैं। जो जिसे दिल से चाहें वो मिल नहीं पाते है। कृष्ण तो इस युग में हैं,पर राधा कहीं नहीं मिलते है।
बहुत मतलबी हो गया ये सारा जहां।
जिसने सब कुछ दिया, उसने सब कुछ खोया है। नया साल तों,आते जाते रहेंगे,यह हर क्षण नया है।
जाने वाले साल के अधुरी सपनों को, आने वाले साल में पुरी करनी है।
कर्म फल अटूट है, जैसे करनी,वैसी भरनी है।यह कुछ भी न पुराना है।
हिसाब से चलना जनाब, नया जमाना है।
जाने वाले साल में कितनों के दिल टूटें
चलो अच्छा हुआ, जो तोड़े दिल वो लोग थे झुठे।राजा रंक हुए,रंक राजा हुए,कई अच्छे फिल्मों ने दर्शकों के दिलों को छूएं । कोई सत्ता में आसीन हुए, कोई सत्ता से बाहर हुए।सब माया का जाल है। यही मनुष्य का हाल है।
कोई प्यारा इंसान हमसे विदा हो गया
दिल में दर्द देकर हमसे जुदा हो गया।
कोई नया मेहमान किलकारी देकर जगत में आया है। खुद रोया हमें हंसाया है।सूख दुःख से भरा,यह मानव तन है । करता है,, बेगाना कवि,, सभी को हैप्पी न्यू ईयर 2024
सबसे सुंदर मनुष्य जीवन का हर क्षण है।
स्वपन बोस,, बेगाना,,
9340433481

Kavita Bahar Publication
हिंदी कविता संग्रह

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