सफलता पर कविता
मन मे जोश उमंग भर लो,
तुम्हे नया आकाश मिलेगा,
आसमान को जरूर छू लो गे,
रखो तुम मन मे विश्वास।
ख्वाहिश को खामोश रखो,
सफलता की ओर आगे बढ़ो,
अहंकार कभी ना करना,
मेहनत तुम करते जाओ।
हार-जीत के बारे मे सोचो ना,
कठिन राह से कभी डरो ना,
सफलता प्राप्त करोगे तुम,
कठिन राह से डरना नही।
कड़ी चुनौती हर मोड़ पर,
सामना तो करना होगा,
संघर्षों के कुरूक्षेत्र मे,
अर्जुन बनकर छाना होगा।
जब तेरे साथ कोई ना हो,
ईश्वर पे तु विश्वास रख,
सफल होना कुछ दूर नही,
वो सफलता है कोई नूर नही,
तु कर प्रयत्न करते जा,
लगेंगे उसमे दो-चार दिन।
मन मे जोश उमंग भर लो,
तुम्हे नया आकाश मिलेगा।।
✍?✍?
*परमानंद निषाद*