Category हिंदी कविता

खिले जो फूल बहारों के चमन हुआ रोशन – अनिल कुमार गुप्ता अंजुम

इस कविता में जिन्दगी के खुशनुमा पहलुओं को महसूस करने का प्रयास किया गया है |
खिले जो फूल बहारों के , चमन हुआ रोशन - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम "

बुजुर्गों के सम्मान पर कविता

बुजुर्गों के सम्मान पर कविता बुजुर्ग, परिवार-आधार-स्तंभ, इनका करो सम्मान, करो सेवा सहृदय से, इनका मत करो अपमान। करो सत्कार बुजुर्गों पर ,रोको इन पर अत्याचार, बड़ा खुशनसीब है वो जिसे मिला, बुजुर्गों का प्यार। परोपकार का हमको देते ये…

जीवन में संगीत ही आधार है

जीवन में संगीत ही आधार है संगीत से ही जुडा़ जीवन,जीवन में संगीत ही आधार है । मां की लोरी में पाया संगीत की झंकार है।पापा के गीतों में पाया खुशियां अपार है । बारिश की कल कल बूंदो मेंआती…

रक्तदान दिवस

रक्तदान महादान / अमिता गुप्ता

विश्व रक्तदान दिवस हर वर्ष 14 जून को मनाया जाता है विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस दिन को रक्तदान दिवस के रूप में घोषित किया गया है।  रक्तदान महादान /अमिता गुप्ता (विश्व रक्तदाता दिवस) रक्तदान है महादाननिष्प्राण को दे जीवनदान,इससे…

Jai Sri Ram kavitabahar

रामनिवास बने अतिसुंदर / तोषण कुमार चुरेन्द्र ‘दिनकर’

राम/श्रीराम/श्रीरामचन्द्र, रामायण के अनुसार,रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र, सीता के पति व लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न के भ्राता थे। हनुमान उनके परम भक्त है। लंका के राजा रावण का वध उन्होंने ही किया था। उनकी प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है क्योंकि उन्होंने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता तक का त्याग किया। रामनिवास बने…

जाग्रत हो हे भारतवासी

जाग्रत हो हे भारतवासी जहाँ कभी पुष्प वाटिका हुआ करती थी, वहाँ आज लाशों का अंबार लगा हुआ है , जो जमीन कभी सोने की चिड़िया होती थी ,वहाँ आज लाशों का विछावन बिछा है , जो कभी विश्व का…

रक्तदान पर अकिल खान की कविता

रक्तदान पर अकिल खान की कविता कर सेवा दुःखीयों की बनालो एक अलग पहचान, वक्त में जो काम आऐ वो है सच्चा इंसान। जो करे बेसहारों का मदद वो पाता है सम्मान, इसलिए करो सहायता दूसरों की क्योंकि ये है,…

ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत – अनिल कुमार गुप्ता ‘अंजुम’

इस रचना के माध्यम से कवि ने संगीत के विभिन्न आयामों को जीवन से जोड़ने का प्रयास किया है.
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'

संगीत का दीवाना -अकिल खान

संगीत का दीवाना जब मन हो उदास तो, तुम सुन लेना संगीत, अपने हताश मन में खुशी कर लेना अंकित। खाली है जीवन तो भरलो संगीत का खजाना, यही है समझाना हर कोई , संगीत का दीवाना। विचलित हो जीवन…

ऐसा साल ना देना दुबारा

ऐसा साल ना देना दुबारा गुजरा हुआ ये सालकर गया सबको बेहाल। ना कोई जश्न ना कोई त्योहारबस घर की वो चार दीवार। कभी लिविंग रूम तो कभी बेडरूमयही थी दुनिया और यही थे सब। कभी हाफ पैंट, तो कभी…