कवि / कविता पर कविता/ राजकुमार ‘मसखरे
कवि / कविता पर कविता/ राजकुमार ‘मसखरे आज़कल कवि होते नही हैंवे सीधे ही कवि बन जाते हैं,कुछ लिखने व मंथन से पहलेकोई नकली ‘नाम’ जमाते हैं ! यही कोई ‘उपनाम’ लिख करफिर नाम मे ‘कवि’ लगाते हैं,दो,चार रचना क्या…

हिंदी कविता संग्रह

हिंदी कविता संग्रह
कवि / कविता पर कविता/ राजकुमार ‘मसखरे आज़कल कवि होते नही हैंवे सीधे ही कवि बन जाते हैं,कुछ लिखने व मंथन से पहलेकोई नकली ‘नाम’ जमाते हैं ! यही कोई ‘उपनाम’ लिख करफिर नाम मे ‘कवि’ लगाते हैं,दो,चार रचना क्या…
जब भी दीप जलाना साथी जब भी दीप जलाना साथी,उर के तमस मिटाना साथी।1। भेद-भाव सब भूल प्यार से,सबको गले लगाना साथी।2। दो दिन का यह मेला जीवन,हॅसना साथ हॅसाना साथी।3। महल-दुमहले और झोपड़ी,सबको खूब सजाना साथी।4। घर-आंगन खलिहान हमारे,दीप-ज्योति…
दीपावली मुबारक सबको बारम्बार मुबारक।दीपावली त्यौहार मुबारक।।🪔मेरे राम पधारे जब अयोध्या,उस दिन की यादगार मुबारक।🪔तिमिर भगाए जो जीवन का,खुशियों का उजियार मुबारक।🪔इक दूजे को जो करते रोशन,दीपों की वो कतार मुबारक।🪔बम्ब, पटाखे, फूल-झड़ी संग,चकरी, राकेट, अनार मुबारक।🪔कर महा लक्ष्मी पूजन,…
शिक्षा संसार मात शारदे को नमन, कर दिया मुझे निहाल।हंसी खुशी पूरे हुए, साढ़े अट्ठाइस साल।। भुला कभी ना पाऊंगा वो आदर सत्कार।मिला मान सम्मान मुझे, और सभी का प्यार।। जाने अंजाने में कोई, हरकत हुई फिजूल।गर गलती मुझसे हुई, …
शुभ दीपावली दीपावली की शुभ दिन आज आया है।जगमग, जगमग हर घर द्वार सजा है।दीपावली की शुभ दिन आया है। दूर हो दुःखों का अंधेरा सबने अपने आंगन में उम्मीद की दीपक जलाया है।सच्चा दीपावली उसी का है, जिसके हृदय…

इस दोहों की श्रृंखला में करवा चौथ के त्यौहार का सुंदर चित्रण किया गया है, जिसमें सुहागिनें अपने पति की दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना के लिए व्रत रखती हैं। दिनभर की पूजा-अर्चना के बाद, वे चंद्रमा का दर्शन…

इस कविता में शरद पूर्णिमा की चांदनी रात को अद्वितीय सौंदर्य और गहरे भावनात्मक जुड़ाव से जोड़ा गया है। चंद्रमा की रोशनी प्रियसी के मिलन की प्रतीक्षा को दर्शाती है, जबकि मानव जीवन में भगवान से दूर होने की पीड़ा…

करवा चौथ भारतीय संस्कृति में सुहागिनों के प्रेम और आस्था का प्रतीक पर्व है, जहां हर सुहागन सोलह श्रृंगार कर अपने पति की लंबी उम्र और समृद्धि के लिए व्रत रखती है। इस दिन का विशेष महत्व चांद के दीदार…

यह कविता एक पतिव्रता स्त्री की भावनाओं और समर्पण को दर्शाती है, जो करवा चौथ के व्रत के दौरान अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती है। वह पूरे दिन व्रत रखती है, सोलह श्रृंगार करती है,…

बड़ अच्छा लगथे “छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया”ये नारा बड़ अच्छा लगथे !ये नारा बनइया के मन भरपयलगी करे के मन करथे !! जब छत्तीसगढ़िया मनगुजराती लॉज/राजस्थानी लॉज म रुकथेहरियाणा जलेबी/बंगाली चाय के बड़ई करथेबड़ अच्छा लगथे !! जब छत्तीसगढ़िया मनअपन घर…