ऐसा साल ना देना दुबारा

ऐसा साल ना देना दुबारा गुजरा हुआ ये सालकर गया सबको बेहाल। ना कोई जश्न ना कोई त्योहारबस घर की वो चार दीवार।कभी लिविंग रूम तो कभी बेडरूमयही थी दुनिया…

पेड़ लगाओ पर कविता (poem on plant trees)

वृक्ष लगाने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि वे कार्बन डाइऑक्साइड और श्वास ऑक्सीजन का आदान-प्रदान करते हैं। पर्यावरण में ऑक्सीजन की जरूरत सभी को होती है। पेड़ों…
save tree save earth

पर्यावरण बचाएंगे- अनामिका श्रीवास्तव

पर्यावरण बचाएंगे- अनामिका श्रीवास्तव poem on trees पानी हवा पेड़ और मिट्टी ।इनसे ही मां धरती सजती ।यह सब है धरती के अंग । मानव जीवन इनके संग ।। अज्ञान…

जीवन और संगीत है एक दूसरे के पूरक

जीवन और संगीत है एक दूसरे के पूरक जीवन और संगीत है एक दूसरे के पूरक।संगीत है हर समय और स्थिति की जरूरत। लोरी है जीवन का पहला संगीत। प्रकृति…

मौसम कुछ उदास है- रीता प्रधान

मौसम कुछ उदास है- रीता प्रधान दिलों में जाने क्यों,बाकी न कोई एहसास है।एक भाई को ही दूजे भाई की,जाने क्यों खून की प्यास है।प्रकृति तो उदास बैठी ही थी,अब…

संगीत जीवन का अंग है

संगीत जीवन का अंग है संगीत जीवन का अंग है,जो रहता जीवन संग है।संगीत उदासी की सहेली है,जीवन की दुल्हन नई नवेली है।यह साधना का स्वर है,गुनगुनाता जग भँवर है।संगीत…

फिर से लौट आएगी खूबसूरत दुनियां

फिर से लौट आएगी खूबसूरत दुनियां पिछले कुछ दिनों सेमैंने नहीं देखा है रोशनी वाला सूरजताज़गी वाली हवाखुला आसमानखिले हुए फूलहँसते-खिलखिलाते लोगएक-एक दिनदेह में होने का ख़ैर मनाती आ रही…

गर निराशा आशा पर भारी पड़ने लगे – अनिल कुमार गुप्ता अंजुम

इस रचना में दो मुक्तक शामिल किये गए हैं जो सत्य और असत्य के बीच के अंतर को समझाते हैं | मुक्तक - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम "

अपना जीवन पराया जीवन – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम “

इस रचना में कवि ने जीवन के विभिन्न आयामों की चर्चा की है |इस रचना का विषय है "अपना जीवन पराया जीवन" - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम "