Category: हिंदी कविता

  • मुझे अभी नहीं सोना है

    मुझे अभी नहीं सोना है

    मुझे अभी नहीं सोना है। 
    जब तक थक कर चूर न हो जाऊँ, 
    भावनाओं का बोझ ढोना है। 
    मुझे अभी नहीं सोना है।

    ख्वाब जब तक न हों पूरे, 
    मैंने ही बंदिशें लगायीं खुद पे
    ख्वाब देखने पर।। 
    घटाटोप अँधेरा पर
    ये झींगुर के शोर
    कहते हैं कुछ तो । 
    शायद बुझाने को कहते
    आँखों के दीये। 
    पर इन कूप्पियों में तेल बाकी है, 
    इन्हें अभी प्रज्वलित होना है । 
    मुझे अभी नहीं सोना है

    मनो-मस्तिष्क पर 
    ये उठती-गिरती अनवरत लहरें, 
    उस पर डगमगाती
    मेरी कागज की नाव। 
    लेखनी का सहारा ले
    मुझे पार करनी है ये मझधार। 
    जब तक ठहर ना जातीं
    या मिल न जाता किनारा
    श्वासें रोक खुद को डुबोना है। 
    मुझे अभी नहीं सोना है।

    मुझे न्याय करना है
    अपनी अर्जित धारणाओं के साथ। 

    परखना है पूर्व मान्यताओं को। 

    नित नूतन प्रयोग कर

    अनुभवों की लेनी है परीक्षा। 

    भीड़ में स्वयं को पाना
    और फिर स्वयं को खोना है। 
    मुझे अभी नहीं सोना है। 
    मनीभाई नवरत्न, छत्तीसगढ़
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  • प्रश्न है अब आन का-प्रवीण त्रिपाठी

    प्रश्न है अब आन का

    हर  प्रगति  के  मूल में  स्थान  है  विज्ञान का।
    खोज करता नित्य जो उपयोग करके ज्ञान का।1

    रात दिन वो जूझते भारत कभी पीछे न हो।
    देश जे हित काम करके ध्यान रखते मान का।2

    टोलियाँ वैज्ञानिकों की खोज करतीं नित नयी।
    राष्ट्र करता है प्रशंसा उनके नए अवदान का।3

    भूलकर परिवार जो बस हिंद सेवा में जुटें। 
    उन सपूतों को यहाँ अधिकार है सम्मान का।4

    चन्द्र पर भेजा नया इक यान कितने जोश से।
    गाड़ पाया ध्वज नहीं जो था निशानी शान का।5

    हारना हिम्मत नहीं तूफान में डटना सदा।
    लौट आएगा समय फिर से सफल अभियान का।6

    भक्त भारत के खड़े वैज्ञानिकों के संग में।
    जान जी से फिर जुटेंगे प्रश्न है अब आन का।7

    प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, 08 सितंबर 2019
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  • प्रसन्न रहे मेरी मां भारती -रश्मिअग्निहोत्री

    bharatmata
    भारत माता

    प्रसन्न रहे मेरी मां भारती

    हे गणपति ! गणराज, गणनायक,
    विघ्नहर्ता वरदाता, मंगल दायक।
    अष्ट  सिद्धि, नव  निधि  के दाता, 
    आए शरण, राखो लाज विधाता।

    हे  शंकर  सु्वन,  भवानी  नंदन,
    रिद्धि  देना  और  सिद्धि   देना।
    कोमल बुद्धि देना हर सकू संताप 
    जगत के आप मुझे प्रसिद्धि देना।

    मोह  माया  से  चित को दूर रखूं ,
    प्रभु  मुझको  ऐसी  शक्ति  देना।
    कुटुंबियों पर स्नेह बरसाती रहूं,
    ऐसी कोमल  हृदय में गंगा देना।

    राष्ट्र कल्याण ही हो, लक्ष्य सदा,
    भारतीयों को ऐसी प्रवृत्ति देना।
    हे गणराजा उतारू मंगल आरती,
    लोक  कल्याणकारी  वर  देना।

    प्रसन्न रहे सदैव ,मेरी  मां भारती ,
    प्रसन्न रहे  सदैव, मेरी मां भारती।।

    रश्मिअग्निहोत्री

    केशकाल, जिला कोंडागांव
    राज्य- छत्तीसगढ़
    सम्पर्क -7415761335

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  • इतिहास बनाना आदत है -रश्मि अग्निहोत्री

    इतिहास बनाना आदत है

    इतिहास   बनाना  आदत  है,
    परिश्रम इसरो की इबादत है!
    संकल्प  और  गहरा  हुआ है,
    दो कदम पर मंजिल अपनी है!

    क्योंकि, चंद्रयान 2 सफल है,
    हर  हिंदुस्तानी  के  दिल  में!
    बचपन से  चांद  को देखा है,
    अब पाने की हसरत जागी है!

    “रश्मि “क्योंकि  चंद्र की  दूरी, 
    चंद्रयान २ से ज्यादा दूर नहीं! 
    फिर हौसलों की उड़ान भरेंगे,
    जो न किया गया उसे हम करेंगे !

    क्योंकि,इतिहास बनाना आदत है,
    परिश्रम  इसरो  की  इबादत  है !
    दुआ व प्रार्थना  का  असर होगा, 
    देख लेना कल हमारा चांद होगा!

    चांदनी से श्रृंगार कर चांद तेरी, 
    दहलीज  पर  होगा  तो  बस !
    हिन्दुस्तान और प्यारा तिरंगा,
    होगा बस हमारा प्यारा तिरंगा।

    रश्मि अग्निहोत्री
      केशकाल जिला कोंडागांव

  • जिंदगी में अच्छा दोस्त किताब है -डीजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर

    जिंदगी में अच्छा दोस्त किताब है “

    हर जिज्ञासु के मन में पाने की चाह है,
    मंजिल तक पहुंचाने का यही एक राह है।

    नया करने का इनमे बनता ख़्वाब है,
    जिंदगी में सबसे अच्छा दोस्त किताब है।

    इसी में कबीर के दोहे एवं संतों की वाणी है,
    इसी मेंअच्छी कविता एवं अच्छी कहानी है।

    किताब ज्ञान का वह अनमोल  धरोहर है,
    जैसा भरा जल की तरह अथाह  सरोवर है ।

    सामाजिक जीवन जीना बेहतर सिखाती है,
    स्वर्णिम भविष्य गढ़ना हमे बतलाती है।

    विविध संस्कृति की अध्ययन हमे कराती है ,
    सर्वधर्म समभाव की शिक्षा हमे  बताती है।

    मन की दुर्गुणों को  निकालना सिखाती है,
    सबसे अच्छी सखा किताबें कहलाती है ।
    ~~◆◆◆~~~~
    रचनाकार – 
    डीजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
    मिडिल स्कूल पुरुषोत्तमपुर,बसना
    जिला महासमुंद (छ.ग.)
    मो. 8120587822
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