मानव समानता पर कविता

मानव समानता पर कविता

HINDI KAVITA || हिंदी कविता
HINDI KAVITA || हिंदी कविता

हम मानव मानव एक समान।
हम सब मानव की संतान ।
धर्म-कर्म भाषा भूषा से ,
हमको ना किञ्चित् अभिमान ।
हिंदू की जैसे वेद पुराण ।
बस वैसे ही बाइबल और कुरान ।
सब में छुपी हुई है एक ही ज्ञान।
सभी बनाती है मनुष्य को महान।
छोड़ दो करना लहूलुहान ।
मानवता धर्म की कर पहचान ।
धर्म जाति से पहले हम इंसान ।
हम हैं भारत मां की शान ।
आत्मा एक है चाहे रूप की हो खान ।
दूसरों में तू सदा परमात्मा को भान।
कर लो इस मिट्टी का सम्मान।
गायें आओ सदा भारत माता की गान।।

  • मनीभाई ‘नवरत्न’, छत्तीसगढ़

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।