जय जय गुरु नानक प्यारे
![कार्तिक पूर्णिमा गुरुनानक देव जयंती](https://kavitabahar.com/wp-content/uploads/2020/11/कार्तिक-पूर्णिमा-गुरुनानक-देव-जयंती.jpg)
जय जय गुरु नानक प्यारे ।
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥
तुम प्रगटे तो हुआ उजाला
दूर हुए अँधियारे ॥
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥
जगत झूठ है सच है ईश्वर
तुमने ही बतलाया ।
वेद पुरान कुरान सभी का
सार हमें समझाया ।
पावन ‘गुरुवाणी’ से हरते
सब अज्ञान हमारे ॥
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥
मानव सेवा, परमारथ का
मार्ग हमें दिखलाया ।
दीन दुखी से प्रेम करो, यह
मंत्र हमें सिखलाया ।
शिष्य भाव को जगा , मिटाये
भाव भेद के सारे ॥
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥
भूले भटके जग को तुमने
सच की राह दिखाई ।
घृणा द्वेष को मिटा प्रेम की
मन में ज्योति जलाई ।
एक बार फिर आकर कर दो
अंतर में उजियारे ॥
जय जय गुरु नानक प्यारे ॥
– डाॅ. राम वल्लभ आचार्य