पेड़ धरा की शान है परमेश्वर साहू अंचल
पेड़ धरा की शान है,
नेक सफ़ल अभियान।
आओ रोपें मिलकर,
तजें तुच्छ अभिमान।।
हवा शुद्ध करता यही,
खास नेक पहचान।
जड़ी बूटी है काम की,
पूर्ण करें अरमान।।
ताप उमस हरदम हरे,
रक्षा करता धूप।
शीतल छाया में सदा,
निखरे हड़पल रूप।।
डंठल पत्तल काम की,
आते सारे काम।
इससे मानव को मिले,
युग युग से आराम।।
दोना पत्तल भी बने,
मिले सदा व्यापार।
हड़पल बनकर दोस्त सम,
करता यह उद्धार।।
टेबल कुर्सी मेज भी,
घर का बने कपाट।
नदिया, नाले पुल बने,
रास्ता करे सपाट।।
छज्जा पाटी म्यार भी,
बने बहुत सी चीज।
पकने दें फल को सदा,
बड़े काम की बीज।।
🌹🙏 *अंचल* 🙏🌹