खुद से परिभाषित ना कर तू
HINDI KAVITA
HINDI KAVITA
साहित्य की आत्मा कविता प्रतियोगिता दिवस के लिए हैं। जो 4 से 19 अक्टूबर तक प्रकाशित करने के लिए है साहित्य की आत्मा, कविता होती है निरस कविता साहित्य में स्थान नहीं पा सकता।
काका कलाम एक पाती तेरे नाम——————————————– काका कलाम,काका कलामबार बार करे हम तुझे सलाम हमे जरा तो बतलाओपहुंचे कैसे इस मुकाम क्या क्या पढे,क्या गढेदुनिया करें तुझे सलाम कितने सारे किये है शोधमिसाईल मेन पडा तेरा नाम अपने लक्ष्य के…
यह रचना हाथरस में हुई घटना पर तथा लचीली व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है!
2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन के अवसर पर समर्पित कविता। यह कविता अन्तराष्ट्रीय अहिंसा दिवस का उत्सव गान भी करती है।