by कविता बहार | Dec 21, 2023 | हिंदी कविता
अपनाओ सब शाकाहार हृष्ट-पुष्ट तन रखे निरोगी, दे यह सात्विक शुद्ध विचार।सर्वोत्तम आहार यही है, अपनाओ सब शाकाहार।। मार निरर्थक मूक जीव को, देना उन्हें नहीं संत्रास।ऐसे निर्मम पाप कर्म का, व्यर्थ बनो मत तुम तो ग्रास।दास बनो मत तुम जिह्वा के, करो तामसिक भोजन त्याग।कंद-मूल...
by कविता बहार | Dec 21, 2023 | विविध छंदबद्ध काव्य
शाकाहार पर दोहे/ नीरामणी श्रीवास नियति दोहा – शाकाहारी उत्तम हो आहार जब, देह पुष्ट हो जान।अनुचित भोजन से सदा, बिगडे तन का मान।। भोजन से ही जानिए, बनता मनुज स्वभाव।शाकाहारी भोज्य से, रखिए सदा लगाव।। शेर माँस खाकर सदा, गुर्राता है नित्य।नित निरीह पशु की करे, हत्या...
by कविता बहार | Dec 21, 2023 | हिंदी कविता
ऐसा भी कल आयेगा/ अनिता तिवारी सोच नहीं सकता था कोई,ऐसा भी दिन आयेगा।जीव काटकर भी यह मानव,मार पालथी खायेगा। प्रकृति ने उपलब्ध कराई,सब्जी सुंदर, ताजे फल।कंदमूल और अन्न साथ में,पीने का था निर्मल जल। किन्तु सीमा लाँघी इसने,ताक रखा कानून भी सारा।मांस भक्षण के खातिर ही,अबोध...
by कविता बहार | Dec 21, 2023 | हिंदी कविता
गीतमात्र भार 16/11, सरसी छंद पर आधारितशाकाहारी सर्वोतम उपहार शाकाहारी जीवन जिसका,रहते सदा निरोग।मांसाहारी शान समझते,करे दुखो का भोग।।1कुदरत ने सब कुछ बख्शा है,पर दुखिया इन्सान।पीजा बर्गर अच्छा लगता,रोग बना पहचान।हरि सब्ज़ीयां खाओगे तो, होओगे बलवान।नॉनवेज खाकर के बन्दे,...
by कविता बहार | Dec 21, 2023 | विविध छंदबद्ध काव्य
शाकाहार सर्वोत्तम आहार रोटी चावल दाल है, मानव का आहार।शाकाहारी बन मनुज, जीवन का आधार।। केवल शाकाहार ही, मनु शरीर अनुकूल।पोषक तत्वों से भरा, होता सब्जी मूल।। शाकाहारी भोज से, बढ़ता सात्विक भाव।हो विकास बल बुद्धि का, मिटता मन का ताव।। शाकाहारी भोज ही, होता अति...