प्रेरणा दायक कविता – हम मस्तों में आन मिले

प्रेरणा दायक कविता – हम मस्तों में आन मिले हम मस्तों में आन मिले, कोई हिम्मतवाला रे,दल बादल-सा निकल चला यह दल मतवाला रे।हम मस्तों में आन मिले, कोई हिम्मतवाला रे। बिजली-सी तड़पन नस-नस में, आज नहीं हम अपने बस में,बहुत दिनों अन्याय का हमने बोझ सम्भाला रे।हम मस्तों में आन मिले, कोई हिम्मतवाला रे। … Read more

प्रेरणा दायक कविता – आगे बढ़े चलेंगे

प्रेरणा दायक कविता – आगे बढ़े चलेंगे यदि रक्त बूंद भर भी होगा कहीं बदन में,नस एक भी फड़कती होगी समस्त तन में,यदि एक भी रहेगी बाकी तरंग मन में,हर एक साँस पर हम आगे बढ़े चलेंगे। वह लक्ष्य सामने है, पीछे नहीं चलेंग।मंजिल बहुत बड़ी है पर शाम ढल रही है,सरिता मुखीवों की आगे … Read more

प्रेरणा दायक कविता – आज चुकाना है ऋण तुमको अपनी माँ के प्यार का

प्रेरणा दायक कविता – आज चुकाना है ऋण तुमको अपनी माँ के प्यार का उठो, साथियो ! समय नहीं है बहशोभा-अंगार का।आज चुकाना है ऋण तुमको अपनी माँ के प्यार का॥ प्राण हथेली पर रख-रखकर, चलना है मैदान में।फर्क नहीं आने देना है देश, जाति की शान में।सबके आगे एक प्रश्न है सीमा के अधिकार … Read more

प्रेरणा दायक कविता – तुझको विजय-पराजय से क्या?

प्रेरणा दायक कविता – तुझको विजय-पराजय से क्या? चल तू अपनी राह पथिक चल, तुझको विजय-पराजय से क्या?होने दे होता है जो कुछ, उस होने का फिर निर्णय क्या? भँवर उठ रहे हैं सागर में, मेघ उमड़ते हैं अम्बर में।आँधी और तूफान डगर में।तुझको तो केवल चलना है, चलना ही है तो फिर भय क्या?तुझको … Read more

कर्तव्य-बोध-रामनरेश त्रिपाठी

कर्तव्य-बोध -रामनरेश त्रिपाठी जिस पर गिरकर उदर-दरी से तुमने जन्म लिया है।जिसका खाकर अन्न सुधा सम नीर समीर पिया है। जिस पर खड़े हुए, खेले, घर बना बसे, सुख पाए।जिसका रूप विलोक तुम्हारे दृग, मन, प्राण जुड़ाए॥ वह स्नेह की मूर्ति दयामयि माता तुल्य मही है।उसके प्रति कर्त्तव्य तुम्हारा क्या कुछ शेष नहीं है।हाथ पकड़कर … Read more