सुकमोती चौहान के हाइकु

सुकमोती चौहान के हाइकु

हाइकु

पितर पाख~
पति की तस्वीर में
फूलों की माला।

पूस की रात~
भुट्टे भून रही है
अलाव में माँ।

श्मशान घाट~
कुत्ते के भौंकने से
सहमा रामू।

श्रृंगार पेटी~
गौरैया नोंचे देख
शीशा में छवि।

गौरैया झुँड़
चुग रहे हैं दाने~
धूप सुगंध।

पीपल पात
खा रही बकरियाँ~
वृक ताक में।

गौ टीले पर~
शेरनी के मुँह में
बछड़ा ग्रीवा।

मयूर नृत्य~
मोबाइल देखते
बच्चों की टोली।

कश्ती में छेद~
मृतकों को खोजते
रेसक्यू टीम।

हिना के छाप
बच्चा के गाल पर-
माँ फोन मग्न।

✍ सुकमोती चौहान रुचि

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