दिल आज शायर है / गोपालदास “नीरज”
दिल आज शायर है / गोपालदास “नीरज” दिल आज शायर है, ग़म आज नग़मा हैशब ये ग़ज़ल है सनमगैरों के शेरों को ओ सुनने वालेहो इस तरफ़ भी करम आके ज़रा देख तो तेरी खातिरहम किस तरह से जियेआँसू के धागे से सीते रहे हमजो ज़ख्म तूने दियेचाहत की महफ़िल में ग़म तेरा लेकरक़िस्मत से … Read more