मैं तो हूं केवल अक्षर पर कविता
अक्षर पर कविता मैं तो हूं केवल अक्षरतुम चाहो शब्दकोश बना दो लगता वीराना मुझकोअब तो ये सारा शहरयाद तू आये मुझकोहर दिन आठों पहर जब चाहे छू ले साहिलवो लहर सरफ़रोश बना दो अगर दे साथ तू मेरागाऊं मैं…
An anthem consisting of voice, verse and rhythm is called a song. The song is a popular Bhagya genre. It has a mouth and a few nerves. The mouth is repeated after each interval. The song is sung.
अक्षर पर कविता मैं तो हूं केवल अक्षरतुम चाहो शब्दकोश बना दो लगता वीराना मुझकोअब तो ये सारा शहरयाद तू आये मुझकोहर दिन आठों पहर जब चाहे छू ले साहिलवो लहर सरफ़रोश बना दो अगर दे साथ तू मेरागाऊं मैं…
साजन की याद में कविता रिमझिम बरखा के आने से प्रिय याद तुम्हारी आई।मेरे मन के आँगन में फिर गूँज उठी शहनाई।प्रिय याद तुम्हारी आई।। बाट जोहती साँझ सबेरे आयेंगे अब साजन।मन ही मन मैं झूमती गाती बजते चूड़ी कंगन।रिमझिम…
चाँदनी और लाल परी पर कविता चौदहवीं का चाँद है तू कहूँ या कुदरत की जादूगरी ।जन्नत से इस धरती पर तू किसके लिये उतरी ।। ओ मेरी चाँदनी ओ मेरी लाल परी। रूप सलोना ऐसा जैसे खिलता हुआ गुलाब…
राधा की पुकार गीत / केवरा यदु “मीरा “ राधा पुकारे तोहे श्याम हाथ जोड़ कर।आ जाओ मोहन प्यारे मथुरा को छोड़ कर।।आ जाओ मोहन प्यारे मथुरा को छोड़ कर । रूठ गई निंदिया श्याम , चैनों करार भी।प्रीत जगाके …
संयुक्त राष्ट्र संघ का सपना संयुक्त राष्ट्र संघ का सपना , मानव श्रेष्ठ बनाना है ।शोषण कोई नही कर पाये , जन जन को बतलाना है ।। भूख गरीबी लाचारी…
मानवता पर कविता पावन मानवता का संगम, हो नव आशाओं का संचार। नई सोच व नई उमंग से, मानवता की हो जयकार।। प्रभु नित नित वंदन करूँ जयकार।।…… प्रेम…
गंगा की गरिमा रखे गंगा की गरिमा रखे, रखना इसका मान।यही पावन पवित्र है, विश्व करे सम्मान। गंगा है भागीरथी, …
हर गीत तुम्हारे नाम लिखूंगी हे मितवा मनमीत मेरेहर गीत तुम्हारे नाम लिखूंगीशब्दों में जो बंध ना पायेऐसे कुछ अरमान लिखूंगी प्रीत के पथ के हम दो राही तेरा नेह बनाकर स्याही अपने अनुरागी जीवन में तुझको अपनी जान लिखूंगी खुद को खोकर…
तीजा तिहार पर आधारित लोकगीत ठेठरी खुरमी धर के दीदी,तीजा मनाये बर आहे जी।गंहू के गुलगुल भजिया धरके,डोकरी दाई बर लाथे जी।। दाई ददा के मयारू ह, बेटी बनके आहे जी।बालपन के संगी जहूंरिया, डेरउठी म रद्दा निहारे जी।। बारा…
गणपति स्वागत है पधारिये गिरजाशिव नन्दन, गणपति स्वागत है। बुद्धि प्रदाता हे दुख भंजन सदा शुभागत है।। मुसक वाहन प्रखर प्रणेता,जग के नायक हो। प्रथम पुज्य तुम हो अग्रेता, सुख के दायक हो विश्वासों का दीप जलाये, हम शरणागत है।…