मौसम कुछ उदास है- रीता प्रधान

मौसम कुछ उदास है- रीता प्रधान दिलों में जाने क्यों,बाकी न कोई एहसास है।एक भाई को ही दूजे भाई की,जाने क्यों खून की प्यास है।प्रकृति तो उदास बैठी ही थी,अब दिलों का भी मौसम कुछ उदास है। जवानी आते जाने कहां ,चला जाता है बचपन का प्यार।घरवाले ही घरवालों पर,जाने क्यों करते हैं अत्याचार।देख दशा … Read more

ऋतुओं का राजा होता ऋतुराज बसंत

ऋतुओं का राजा होता ऋतुराज बसंत ऋतुओं का राजा इस दुनिया में तीन मौसम है सर्दी गर्मी और बरसात।इनमें आते ऋतुएं छह ,चलो करते हैं हम इनकी बात।सभी ऋतुओं का राजा होता , ऋतुराज बसंत।चारों ओर हरियाली फैलाता, चित्त को देता आनंद।।फरवरी कभी मार्च से होता है तुम्हारा आगमन।खेतों में सरसों के फूल , झूमते … Read more