घनाक्षरी शबरी पर कविता/ सौदामिनी खरे दामिनी कविता बहार Jan 17, 2024 शबरी पर कविता/ सौदामिनी खरे दामिनी शबरी सी भक्ति मिले,जीवन सुगम चले,प्रभु के आशीष तले,होवे नवल विहान।यह…
हिंदी कविता शबरी का बेर कविता बहार Jan 2, 2023 0 कविता -शबरी के बेरशबरी का वह बेर नही था सच्ची भक्ती प्रेम वही था ना छुआछूत ना जाति पात भाव भक्ति अनमोल वही था…
विविध छंदबद्ध काव्य शबरी (अनुगीत छंद) – बाबू लाल शर्मा कविता बहार May 14, 2022 0 विधान-- २६ मात्रा प्रति चरण चार चरण दो-दो समतुकांत हो १६,२६ वीं मात्रा पर यति हो चरणांत लघु १ हो।
हिंदी कविता शबरी के बेर(चौपाई छंद) कविता बहार Jun 21, 2021 0 शबरी के बेर(चौपाई छंद)छंदत्रेता युग की कहूँ कहानी।बात पुरानी नहीं अजानी।।शबरी थी इक भील कुमारी।शुद्ध हृदय…