हिंदी कविता मैं हर पत्थर में तुम्हीं को देखता हूँ कविता बहार Nov 4, 2023 0 मैं हर पत्थर में तुम्हीं को देखता हूँ,मैं हर पत्थर में तुम्हीं को देखता हूँ,जब आँखों से मोहब्बत देखता हूँ।अब…