सनातन धर्म पर कविता
सनातन धर्म पर कविता देश को देखकर आगे बढ़े सनातनधर्म हिन्दी भारतवर्ष महानके लिये।देश को देखकर आगे बढ़े उत्थान के लिये। स्वदेश की रक्षा में जन-जन रहे तत्पर।सदभाव विश्वबंधुत्व का हो भाव परस्पर।काम क्रोध मोह लोभ मिटे दम्भ व मत्सर।रहे सब कोई एकत्व समता में अग्रशर।उद्धत रहे पल-पल प्रभु गुणगान के लिये।देश को देखकर आगे … Read more