ये शहर हादसों का शहर हो न जाए
हादसों का शहर ये शहर हादसों का शहर हो न जाए।अमन पसंद लोगों पर कहर हो न जाए।।न छेड़ बातें यहां राम औ रहीम की,हिन्दू और मुसलमां में बैर हो न जाए।।अमृत सा पानी बहे इन दरियाओं में,आबो हवा बचाओ सब जहर हो न जाए।।गोलियों की आवाजें सुन ही जाती हैं,पूरी इन्सानियत ही ढेर हो … Read more