अरमान तिरंगा है – रामनाथ साहू ” ननकी
मेरी आन तिरंगा है ,
हर पहचान तिरंगा है ।
मेरा ये जीना मरना ,
सब अरमान तिरंगा है ।।
हर स्वर सप्तक बलिदानी ,
नव अभियान तिरंगा है ।
होश जोश प्रण पथ यारी ,
जन बलिदान तिरंगा है ।।
वीर बहादुर कंठों का ,
मंगल गान तिरंगा है ।
है उत्साह जवानी का ,
अब सम्मान तिरंगा है ।।
वेद ऋचाएँ गुण गाथा ,
अक्षर ज्ञान तिरंगा है ।
मातृभूमि हित पथ उन्नति ,
शुभ मुस्कान तिरंगा है ।।
ब्रह्म जागरण शुचि आर्या ,
तन मन ध्यान तिरंगा है ।
हिंद मातृभाषा हिंदी ,
रसखान तिरंगा है ।।
रामनाथ साहू ” ननकी “
रामनाथ साहू ” ननकी ” मुरलीडीह ( छ. ग. )