Posted inदिन विशेष कविता
वृक्ष की पुकार कविता -महदीप जंघेल
चंद पैसों के लिए वृक्ष का सौदा न करे। वृक्ष है, तो विश्व है। वृक्ष हमारी माँ के समान है, जो हमे जीवन प्रदान करके सब कुछ अर्पण करती है। अतः पेड़ लगाएं और पर्यावरण बचाएं🌻🌻
वृक्ष की पुकार - कविता, महदीप जंघेल