Author: कविता बहार

  • नारी की सुन्दरता पर कविता – बाबूलाल शर्मा

    नारी की सुन्दरता पर कविता

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    नीति नियामक हाय विधायक,
    भाग्य कठोर लिखे हित नारी।
    सत्य सदा दिन रात करे श्रम,
    वारि भरे घट ले पनिहारी।
    पंथ चले पद त्राण नहीं पग,
    कंटक कष्ट हुई पथ हारी।
    ‘विज्ञ’ निहार अचंभित मानस,
    सुंदर नारि कि सुंदर सारी।
    . ….👀🌹👀….
    केश खुले घन कृष्ण घटा सम,
    ले घट हाथ टिका कटि धारे।
    गौर शरीर लगे अति कोमल,
    नैन झुके पर हैं कजरारे।
    कंगन हाथ सजे शुभ सुंदर,
    वस्त्र सुशोभित हैं रतनारे।
    कंटक पंथ लगे तिय शापित,
    ‘विज्ञ’ विवेक लिखे हिय हारे।
    . …👀🌹👀….
    ✍©
    बाबू लाल शर्मा,बौहरा, विज्ञ
    सिकन्दरा, दौसा, राजस्थान
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  • तन की माया पर कविता – बाबूराम सिंह

    गजल

    तन की माया पर कविता

    तनआदमी का जग मेंअनमोल रतन है।
    बन जायेअति उत्तम बिगड़ा तो पतन है।

    सौभाग्य से है पाया जाने कब मिले,
    नर योनी में हीं कटता आवागमन है।

    सेवा, तपस्या ,त्याग मध्य ही राग अनुपम,
    शुभ गुणआचरणको जगत करता नमन है।

    सच्चाई अच्छाई से सुफल इसे बना लो,
    आखिर साथ जाता सिर्फ तनपै कफन है।

    सुख श्रोत सभी से सत्य मीठा वचन बोल,
    विष त्याग कवि बाबूराम झूठा वचन है।

    —————————————————–
    बाबूराम सिंह कवि,गोपालगंज,बिहार
    मोबाइल नम्बर-9572105932
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  • भारत के राज्यों  नाम को याद करने के लिए दोहा सूत्र

    भारत के राज्यों नाम को याद करने के लिए दोहा सूत्र

    भारत के राज्यों नाम को याद करने के लिए दोहा सूत्र

    भारत के राज्यों पर दोहा

    उप अपंगु आजहि उमे, अत्रि झाक सिउ राम।
    गोमि बिमत ‘छग’ के हते, ‘विज्ञ प्रांत के’ नाम।।


    🌞 उ – उत्तर प्रदेश

    🌞 गो – गोवा
    🌞 प – पश्चिमी बंगाल

    🌞 मि – मिजोरम
    🌞 अ – अरुणाचल प्रदेश

    🌞 बि – बिहार
    🌞 पं – पंजाब

    🌞 म – महाराष्ट्र
    🌞 गु – गुजरात

    🌞 त – तमिलनाडु
    🌞 आ – आंध्रप्रदेश

    🌞 ‘छग’ – छत्तीसगढ़
    🌞 ज – जम्मू – कश्मीर

    🌞 के – केरल
    🌞 हि – हिमाचल प्रदेश

    🌞 ह – हरियाणा
    🌞 उ – उत्तराखंड

    🌞 ते – तेलंगाना
    🌞 मे – मेघालय
    🌞 अ – असम
    🌞 त्रि – त्रिपुरा
    🌞 झा – झारखंड

    🌞 ना – नागालैंड
    🌞 क – कर्नाटक

    🌞 म – मणिपुर
    🌞 सि – सिक्किम
    🌞 उ – उड़ीसा
    🌞 रा – राजस्थान
    🌞 म – मध्य प्रदेश


    ✍ प्रयास कर्ता,
    बाबू लाल शर्मा, बौहरा, विज्ञ
    सिकन्दरा, दौसा, राजस्थान

  • भगत सिंह पर रचना – संगीता तिवारी

    भगत सिंह पर रचना – संगीता तिवारी

    कविता संग्रह
    कविता संग्रह

    वर्षों पूर्व भारतवर्ष में,। जन्मा था वीर क्रांतिकारी।। साहस ऐसा गजब अनोखा,। दुश्मन पर पड़ जाता भारी।। बन क्रांतिकारी लड़ा आजीवन,। हिम्मत उसने कभी ना हारी।। सुनो आज तुमको मैं सुनाऊं,। शहिद भगत सिंह कि गाथा।। बलिदानों कि गणना है भव्य।। अनुमान नहीं लगाया जाता।। देश के महान रत्नों में नाम,। वीर भगत सिंह पुकारा जाता।। बचपन में भगतसिंह को प्यारा,। तीर कमान चलाना था।। देश भक्ति थी रग रग में समायी,। वतन को अपना माना था।। दुश्मन से भिड़ने का शौक,। उनका बहुत पुराना था।। स्वतंत्रता हेतु छिड़ी जंग जब,। व्याख्या है यह काफी प्राचीन।। शासन हुआ फिरंगी का,। संपूर्ण वतन लिया उसने छिन।। भारतीयों से कराता गुलामी जमकर,। बनाकर सभी को आधीन।। हो रहा जब यह अन्याय,। वीर यही रणभूमि में आया।। भारत मां कि लाज बचाने हेतु,। रौद्र रूप क्रांतिकारी ने बनाया।। क्रांति कि आई लहर ऐसी,। प्रत्येक फिरंगी थर थर कंपकंपाया।। देशप्रेम में देश भक्त वह,। जिद पर अपनी अड़ गया ।। वतन के शत्रुओं से होकर बेख़ौफ़,। अंतिम सांस तक लड़ता गया।। था वतन का सच्चा रक्षक, मुस्कुराकर सूली चढ़ गया।।

    7. रचनाकार : – Sangeeta Tiwari

  • जिंदगी पर हरिगितिका छंद

    Submit : 16 Sep 2022, 10:56 AM
    Email : [email protected]

    1. रचनाकार का नाम
      दूजराम साहू अनन्य
    2. सम्पर्क नम्बर
      8085334535
    3. रचना के शीर्षक
      जीनगी
    4. रचना के विधा
      हरिगितिका छंद
    5. रचना के विषय
      जिनगी
    6. रचना
      हरिगितिका छंद

    ये जिंदगी फोकट गवाँ झन , बिरथा नहीं जान दे ।
    आँखी अभी मा खोल तयँ हा, आघू डहर ध्यान दे ।
    तन फूलका पानी सही हे , बनय हाड़ा माँस के ।
    अनमोल जिंदगी कर लेवव, भरोसा नइ साँस के ।।

    दूजराम साहू अनन्य🙏🙏🙏

    1. रचनाकार का पता
      दूजराम साहू अनन्य,
      निवास -भरदाकला,
      पोष्ट- – बलदेवपुर
      जिला-खैरागढ़ ( छ.ग.)