सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी

struggle

सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी न हो साथ कोई, अकेले बढ़ो तुम,सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी।। सफलता….. सदा जो जगाये बिना ही जगा है,वही बीज पनपा पनपना जिसे था।घुना क्या किसी के उगाये उगा है,अगर उग सको तो उगो सूर्य से तुमप्रखरता तुम्हारे चरण चूम लेगी| सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी | सही राह को … Read more

पीर दिल की छुपाने की जरूरत क्या है – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम “

इस कविता के माध्यम से कवि जिन्दगी को बेहतर तरीके से जीने को प्रेरित कर रहा है |
पीर दिल की छुपाने की जरूरत क्या है – कविता – मौलिक रचना – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम ”

हिमालय कर रहा हुंकार है – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम “

इस कविता में कवि ने प्राकृतिक आपदाओं के माध्यम से मानव को जागृत करने की एक कोशिश की है |
हिमालय कर रहा हुंकार है – कविता – मौलिक रचना – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम “

सस्ते क्यों इतने कफ़न हो गए – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम “

इस कविता में आज के वर्तमान सामाजिक परिदृश्य को चरितार्थ करने की एक कोशिश की गयी है |
सस्ते क्यों इतने कफ़न हो गए – कविता – मौलिक रचना – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम “

प्रेरणा दायक कविता – हिम्मत कभी न हारो

प्रेरणा दायक कविता – हिम्मत कभी न हारो तुम मनुष्य हो, शक्ति तुम्हारे जीवन का संबल है।और तुम्हारा अतुलित साहस गिरि की भाँति अचल है।तो साथी केवल पल भर को माया मोह बिसारो। हिम्मत… मत देखो कितनी दूरी है, कितना लम्बा मग है।और न सोचो साथ तुम्हारे, आज कहाँ तक जग है।लक्ष्य-प्राप्ति की बलिदेवी पर, … Read more