हिंदी कविता
शाकाहार/ वीरेंद्र सालेचा
शाकाहार सर्वोत्तम आहार तीर्थंकर के वर्तमान प्रतिनिधि,देते जग को अणुव्रतों का संदेश।मांसाहार को त्याग कर इंसान,शाकाहार अपनाए विश्व के देश।। किसी धर्म सम्प्रदाय ग्रंथ में नहीं,मिलता हिंसा को तनिक भी स्थान।फिर क्यों भोजन की थाली में,पिरोसा जाता मांसाहारी पकवान।। मांसाहार से होती तन में व्याधि,कई बीमारियों की लाती उपाधि।तामसिक आहार से मति बिगड़ती,देश मे बनते … Read more
करें न तामसिक आहार /सुमा मण्डल
करें न तामसिक आहार /सुमा मण्डल हम मनुष्य हैं ,कोई दैत्य – दानव नहीं,क्यों दैत्यों – दानवों के पग पर पग धरते हैं?मनुष्य होकर क्यों दैत्य- दानवों सा कृत्य करते हैं?क्यों शुद्ध सात्विक आहार को छोड़कर,तामसिक आहार पे हम टूट पड़ते हैं?खाकर तामसिक आहार को फिर,अवगुणों का सारा पिटारा अपने अंदर में भरते हैं । … Read more
महामानव यीशु/ डॉ विजय कुमार कन्नौजे
महामानव यीशु/ डॉ विजय कुमार कन्नौजे जब जब धरा पर होती है अत्याचार।तब तब प्रभु लेते हैं धरा पर अवतार।। मानवता जब होने लगी धरा पर।जब धरती होने लगी थी , शर्म सार मानव मानवता भुलकर,करने लगे अत्याचार ।गरीब अमीर में भेदकर,दीनन पर किया प्रहार।। पच्चीस दिसंबर कोमहामानवयीशु मसीह लिया अवतार।।दीन हीन को साध ले, … Read more
सात्विक आहार औषधि/डॉ विजय कुमार कन्नौजे
सात्विक आहार औषधि डुबती स्वासा संभाल करनब्ज गिरत संभाल।तुलसी लौंग के गुण अतिरसायन बटी का मान। मेल मिलाप मकरध्वजवृहद् चिंतामणि डार।लकवा वात की सही दवावैद्य विजय का मान।।। करू करेला खाइये ,संग जामुन कसैला डार।शक्कर रोग की दवा,सत्य सनातन परमान।। जीरा धनिया सोंठ कोदेहु सज्जन पिसाय।सोना मख्खी मिलाकरतुरंत गैस देहु भगाय।। खाली पेट खाइये, नींबु … Read more