विश्व कविता दिवस प्रतिवर्ष २१ मार्च को मनाया जाता है। यूनेस्को ने इस दिन को विश्व कविता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा वर्ष 1999 में की थी जिसका उद्देश्य को कवियों और कविता की सृजनात्मक महिमा को सम्मान देने के लिए था।
कविता गुण की खान है
कविता गुण की खान है ,
दिव्य सृजन संसार ।
नवरस को है धारती ,
कवि मन रसिक अपार ।।
लिखना कविता रोज ही ,
हो लेखन विस्तार ।
पढ़कर पाठक मुग्ध हो ,
करे ज्ञान संचार ।।
विषय भाव अनुरूप ही ,
लिखना सदा प्रगीत ।
शिल्प कला से गढ़ चलो ,
बने काव्य जग प्रीत ।।
कविता के संसार में ,
नकली कवि भरमार ।
कविता की चोरी करे ,
उनके घट छल द्वार ।।
शब्द – शब्द को गूँथ लो ,
पुष्प लगे सम हार ।
कहे रमा ये सर्वदा ,
सृजन धर्म जग सार ।।
*~ मनोरमा चन्द्रा "रमा"* *रायपुर (छ.ग.)*