पर्यावरण की रक्षा
save the earth

पर्यावरण की रक्षा/कामरान

पर्यावरण की रक्षा/कामरान दूषित है पूरा संसारआया मन में है विचारप्लास्टिक का करें बहिष्कारदेखेगा अब पूरा संसारपेट्रोलियम का करे कम उपयोगबंद करें सारे उद्योगअपने नाम से एक पेड़ लगाओजीवन में…

Continue Readingपर्यावरण की रक्षा/कामरान
दौलत पर कविता
दौलत पर कविता

दौलत पर कविता /डॉ0 रामबली मिश्र

दौलत पर कविता /रामबली मिश्र दौलत जिसके पास है, उसे चाहिए और।और और की चाह में,कभी न पाता ठौर ।। दौलत ऐसी भूख है,भरे न जिससे पेट।दौलत करे मनुष्य का,रातोदिन…

Continue Readingदौलत पर कविता /डॉ0 रामबली मिश्र
Read more about the article नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत
Portrait of an Indian boy celebrating independence day with Indian flag sticker on face. He is looking at the camera with a toothy smile.

नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत

"नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ" यह एक प्रसिद्ध हिंदी बाल गीत है जो बच्चों के बीच प्रसिद्ध है। यह गीत देशभक्ति की भावना को उत्तेजित करता है…

Continue Readingनन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत
tree
पेड़

वृक्ष लगाएं धरती बचाएं/ नीलम त्यागी ‘नील’

"वृक्ष लगाएं, धरती बचाएं" एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि हमें पर्यावरण की संरक्षण के लिए वृक्षारोपण का समर्थन करना चाहिए। वृक्ष लगाना हमारे पर्यावरण के सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका…

Continue Readingवृक्ष लगाएं धरती बचाएं/ नीलम त्यागी ‘नील’
struggle
Business man pushing large stone up to hill , Business heavy tasks and problems concept.

प्रेरक कविता/ डॉ0 रामबली मिश्र

"बिना संघर्ष कुछ नहीं मिलता" हमें बताती है कि हमें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रयास करना और संघर्ष करना होता है। जीवन में सफलता प्राप्त करने के…

Continue Readingप्रेरक कविता/ डॉ0 रामबली मिश्र
पर्यावरण को नुकसान पर कविता
पर्यावरण को नुकसान पर कविता

पर्यावरण को नुकसान पर कविता /एस के कपूर श्री हंस

पर्यावरण को नुकसान पर कविता /एस के कपूर श्री हंस 1 नदी ताल में कम हो  रहा जल  हम पानी यूँ ही बहा रहे हैं। ग्लेशियर पिघल रहेऔर समुन्द्र तल…

Continue Readingपर्यावरण को नुकसान पर कविता /एस के कपूर श्री हंस
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना

सरस्वती वंदना/डॉ0 रामबली मिश्र

सरस्वती वंदना/डॉ0 रामबली मिश्र दिव्य मधुर रस देनेवाली।कष्ट क्लेश को हरनेवाली।।चेतन सत्ता ज्ञानामृत हो।बनी लेखिका सत शुभ कृत हो।। अंतर्दृष्टि सहज देती हो।मिथ्या भ्रम को हर लेती हो।।सत्कर्मों की शिक्षा…

Continue Readingसरस्वती वंदना/डॉ0 रामबली मिश्र
पर्यावरण को नुकसान पर कविता
पर्यावरण को नुकसान पर कविता

ईश्वर की दी धरोहर हम जला रहे हैं/मनोज कुमार

ईश्वर की दी धरोहर हम जला रहे हैं/मनोज कुमार ईश्वर की दी हुई धरोहर हम जला रहे हैंलगा के आग पर्यावरण दूषित कर रहे हैंकाटे जा रहे हैं पेड़ जंगलों…

Continue Readingईश्वर की दी धरोहर हम जला रहे हैं/मनोज कुमार
JALATI DHARATI
JALATI DHARATI

विश्व प्रदूषित हो रहा /प्रेमचन्द साव “प्रेम”,बसना

विश्व प्रदूषित हो रहा / प्रेमचन्द साव "प्रेम",बसना विश्व प्रदूषित हो रहा,फैल रहा है रोग।मानव सारे व्यस्त है,करने निज सुख भोग।। प्राणवायु दूषित हुआ,दूषित हर जल बूँद।मानव को चिंता कहाँ…

Continue Readingविश्व प्रदूषित हो रहा /प्रेमचन्द साव “प्रेम”,बसना
shiv God
shiv God

शिवरात्रि पर कविता /डॉ0 रामबली मिश्र

शिवरात्रि पर कविता /डॉ0 रामबली मिश्र Shiv God अद्वितीय शिव भोले काशी।अदा निराली प्रिय अविनाशी।।रहते सबके अंतर्मन में।बैठे खुश हो नित सज्जन में।। जगह जगह वे घूमा करते।तीन लोक को…

Continue Readingशिवरात्रि पर कविता /डॉ0 रामबली मिश्र