रिश्ते नाते (कुण्डलिया )- माधुरी डडसेना

रिश्ते नाते (कुण्डलिया )- माधुरी डडसेना नाते गढ़ने के लिए , रचने पड़ते स्वांग ।बार बार हैं जाँचते , कहता क्या पंचांग ।।कहता क्या पंचाग , बनी उत्सुकता भारी ।करते…

बहार शब्द पर दोहा

बहार शब्द पर दोहा रंग बिरंगे फूल से ,            छाए बाग बहार ।भौरें भी मदमस्त हो ,           झूमे मगन अपार ।।रखें भरोसा ईश पर ,             जीवन हो उजियार ।सदा प्रतिष्ठा मान…

माँ कामाख्या की कथा

माँ कामाख्या की कथा माँ पर कविता =================माँ कामाख्या की कथा, बता रहा है दीन। जिसकी सम्पति लुट चुकी, तन-मन भी है क्षीन।। यही दीन ऋण बोझ से , था…

मनीभाई के पिरामिड रचना

मनीभाई के पिरामिड रचना ★कलम,कागज,कलमकार★मैंएकअबूझतुकबंदीकलमकारहोता ज्यों व्यथितदेता उसे आकारहै मेरे सहचरकलम कागजमुखर नहींमुझ जैसानिशब्ददोनोंही। मनीभाई"नवरत्न" मनीभाई के पिरामिड रचना ★मरणासन्न★ येमेरीकौन सीहै अवस्थाजहाँ से अबदिखता है सचहोने लगा पवित्रकैसी भुलभुलैयाअब…
हाइकु

पेड़ बुलाते मेघ -हाइकु संग्रह की समीक्षा , हाइकुकार-रमेश कुमार सोनी एवं समीक्षक-डॉ.पूर्वा शर्मा-वड़ोदरा

हाइकु एक जापानी विधा की लेखन शैली है जिसमें कविता का होना अनिवार्य होता है.यह मेरा दूसरा हाइकु संग्रह है.इसकी भूमिका वरिष्ठतम हाइकुकार डॉ.सुधा गुप्ता जी -मेरठ ने लिखी है.
हाइकु

झूला झूले फुलवा- ताँका संग्रह की समीक्षा

मेरी यह पुस्तक -' झूला झूले फुलवा ' - हिंदी ताँका की विश्व मे पहली इ पुस्तक है। इसकी समीक्षा ज्योत्सना प्रदीप -विख्यात साहित्यकार ने की है। ताँका एक जापानी शैली की रचना विधा है ।

हिंदी संग्रह कविता-इतनी शक्ति हमें देना

कविता संग्रह इतनी शक्ति हमें देना इतनी शक्ति हमें देना दाता,मन का विश्वास कमजोर हो ना।हम चलें नेक रास्ते पे हमसे,भूल कर भी कोई भूल हो ना।दूर अज्ञान के हों…
कवि बैरागी की कविता: आशीषों का आँचल

कवि बैरागी की कविता: आशीषों का आँचल

कवि बैरागी की कविता: आशीषों का आँचल कवि बैरागी की कविता: आशीषों का आँचल आशीषों का आँचल भरकर, प्यारे बच्चो लाई हूँ।युग जननी मैं भारत माता, द्वार तुम्हारे आई हूँ।…