by कविता बहार | Mar 22, 2022 | हिंदी कविता
वो कांधा ना दिखा – आदित्य मिश्रा कविता संग्रह सब कहते हैं बहुत मजबूत होआंखे तुम्हारी बरसती ही नहीं।मुस्कुराती हो हमेशा ही तुमक्या गम से कभी गुजरी ही नहीं। मैं खिलखिला जाती हूंआंसू आंखों में छुपाती हूं।कैसे कहूं उनसे अब मैंरोना तो बहुत चाहा था मैंनेपर कोई मजबूत... by कविता बहार | Mar 22, 2022 | हिंदी कविता
जिंदगी गुजारेंगे कैसे – आदित्य मिश्रा HINDI KAVITA || हिंदी कविता तेरे बिन ये जिंदगी गुजारेंगे कैसे,रूठ कर जो जाओ तो मनायेंगे कैसे,सुबह की धूप की तरह तेरी यादों का सिलसिला है,दिल से तेरी यादों को भूल पाएंगे कैसे, कुछ ख़्वाब ना पूरे होंगे,कुछ अफ़सानों का कारवाँ... by कविता बहार | Mar 22, 2022 | हिंदी कविता
तुम गुलाब मैं तेरी पंखुरी – उमा विश्वकर्मा gulab par kavita तुम गुलाब, मैं तेरी पंखुरी तुम सुगंध, मैं हूँ सौन्दर्य |तुझमें है लालित्य समाया मुझमें रचा-बसा माधुर्य |सारा जग, तुमसे सुरभित हैतुमसे ही, लावण्य उदित है तुम ही देव चरण में शोभित जन-जन का मन, रहे... by कविता बहार | Mar 22, 2022 | हिंदी कविता
गणपति को विघ्ननाशक, बुद्धिदाता माना जाता है। कोई भी कार्य ठीक ढंग से सम्पन्न करने के लिए उसके प्रारम्भ में गणपति का पूजन किया जाता है। भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी का दिन “गणेश चतुर्थी” के नाम से जाना जाता हैं। इसे “विनायक चतुर्थी” भी कहते हैं । महाराष्ट्र... by कविता बहार | Mar 22, 2022 | हिंदी कविता
आ बैठे उस पगडण्डी पर – बाबू लाल शर्मा HINDI KAVITA || हिंदी कविता आ बैठे उस पगडण्डी पर,जिनसे जीवन शुरू हुआ था।बचपन गुरबत खेलकूद में,उसके बाद पढ़े जमकर थे।रोजगार पाकर हम मन में,तब फूले ,यौवन मधुकर थे।भार गृहस्थी ढोने लगते,जब से संगिनी साथ हुआ था।आ बैठे उस पगडण्डी...