प्रेरणा दायक कविता – लो आज बज उठी रणभेरी
प्रेरणा दायक कविता – लो आज बज उठी रणभेरी माँ कब से खड़ी पुकार रही पुत्रो निज कर में शस्त्र गहोसेनापति की आवाज हुई तैयार रहो, तैयार रहोआओ तुम भी दो आज विदा अब क्या अड़चन अब क्या देरी?लो आज…
प्रेरणा दायक कविता – लो आज बज उठी रणभेरी माँ कब से खड़ी पुकार रही पुत्रो निज कर में शस्त्र गहोसेनापति की आवाज हुई तैयार रहो, तैयार रहोआओ तुम भी दो आज विदा अब क्या अड़चन अब क्या देरी?लो आज…
सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी न हो साथ कोई, अकेले बढ़ो तुम,सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी।। सफलता….. सदा जो जगाये बिना ही जगा है,वही बीज पनपा पनपना जिसे था।घुना क्या किसी के उगाये उगा है,अगर उग सको तो उगो सूर्य…
यह एक गीत है जिसमे मुहब्बत के विभिन्न पहलुओं को दिखाया गया है |
तेरी खामोश निगाहें – गीत - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता " अंजुम "
इस कविता के माध्यम से कवि जिन्दगी को बेहतर तरीके से जीने को प्रेरित कर रहा है |
पीर दिल की छुपाने की जरूरत क्या है - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता " अंजुम "
कविता-बस वही परिवार है
परिवार के प्रेम और महत्व को प्रदर्शित करती प्यारी सी कविता
नमिता कश्यप