धरती माता /डा. राजेश तिवारी

पर्यावरण दिवस पर कविता

धरती माता /डा. राजेश तिवारी धरती मेरी माँ है इसको स्वस्थ और स्वच्छ बनायें ।आओ इसकी रक्षा और सुरक्षा का दायित्व उठायें ।।………………………………………………………. अवैध और अनैतिकता से इसका खनन जो करते ।सोचो इसको दिये घाव जो  कहो वो  कैसे भरते ।।इनको हरी भरी रखना है ये रोमावली है वृक्ष लतायें । मृदा प्रदूषति न करना … Read more

जलती धरती/नीरज अग्रवाल

JALATI DHARATI

जलती धरती/नीरज अग्रवाल पर्यावरण और वन उपवन हैं।जल थल जंगल हमारे जीवन हैं।जलती धरती बढ़ता तापमान हैं।मानव जीवन में आज  संकट  हैं।हम सभी को सहयोग जो करना हैं।जलती धरती तपता सूरज कहता हैं।वसुंधरा को हरा भरा हमको करना हैं।मानव जीवन में कुदरत के रंग भरने हैंं।आज  हम सभी को प्राकृतिक बनना हैं।न सोचो कल का … Read more

जलती धरती/नीरज अग्रवाल

JALATI DHARATI

जलती धरती/नीरज अग्रवाल सच तो यही जिंदगी कुदरत हैं।जलती धरती आकाश गगन हैं।हम सभी की सोच समझ हैं।हां जलती धरती  सूरज संग हैं।खेल हमारे मन भावों में रहते हैं।जलती धरतीं मानव जीवन हैं।हमारे मन भावों में प्रकृति बसी हैं।सच और सोच हमारी अपनी हैं।हम सभी जलती धरती के संग हैं।आज कल बरसों से हम जीते … Read more

वृक्ष लगाएं धरती बचाये/नीलम त्यागी ‘नील’

पर्यावरण दिवस पर कविता

वृक्ष लगाएं धरती बचाये/नीलम त्यागी ‘नील’ आओ मिलकर पेड़ लगाएं…इस धरा को वसुंधरा बनाये…एक वन हम ऐसा सजाये…जिससे सारे रोग कट जाएं… प्रदूषण को ऐसी मार लगाएं…आओ एक वृक्ष सभी लगाएं…एक एक करके सभी उपवन बनाये…मानव से ज्यादा हम वृक्ष लगाएं… इस धरा को हम सभी बचाये…जल और पेड़ का महत्त्व बताएं..जीवन अपना उपयोगी बनाएं..महानता … Read more

जलती धरती/ रितु झा वत्स

JALATI DHARATI

जलती धरती/ रितु झा वत्स विशुद्ध वातावारण हर ओरमची त्रास जलती धरती धूमिल आकाश पेड़ पौधे की क्षति होरही दिन रात धरती की तपिश कर रही पुकार ना जानेकब बरसेगी शीतल बयार प्लास्टिक की उपयोग हो रही लगातार दूषित हो रही हर कोना बदहाल जलती धरती सह रही प्रहारसूख रही कुंवा पोखर तालाब बूंद भर पानी … Read more