ताजमहल पर कविता
मौत भी मिटा नहीं सकी ,
मन में रहे यादें हर पल ,
भारत के आगरा में बना ,
भव्य आकर्षक ताजमहल ।
फैली है इसकी खूबसूरती ,
देख सकते जहां तक ,
सात आश्चर्य में से एक ,
सुंदरता इसकी है आकर्षक,
विस्तृत क्षेत्र में फैला ,
भारत की सांस्कृतिक स्मारक,
यादों को संजोए रखने ,
शाहजहां की बनी सहायक,
महारानी को याद रखने ,
निकाला उसने सुंदर हल ,
भारत के आगरा में बना ,
भव्य आकर्षक ताजमहल ।
चारो कोनों पर स्थित ,
आकर्षक चार मीनारें,
वृहद है उसका क्षेत्र ,
यमुना नदी के किनारे ,
वहां की फिजाओं में ,
गुंजित प्रेम की पुकारे ,
प्रेम रस से पुण्य मिलता ,
वहां की वादियां बहारें ,
मुमताज को निहारने ,
उसने की अद्भुत पहल ,
भारत के आगरा में बना ,
भव्य आकर्षक ताजमहल ।
सबसे सुंदर है इमारत ,
बनी सफेद संगमरमर ,
सपनों का स्वर्ग सा लगता ,
सौंदर्य पर सब न्योछावर,
बयाँ करती प्रेम कहानी ,
चलती बयार वहां सर-सर,
कलात्मक आकर्षण का केंद्र,
लाखों कुर्बान सौंदर्य पर ,
प्रेम में लुटा दिया जिसने ,
अपना तन मन धन बल,
भारत के आगरा में बना ,
भव्य आकर्षक ताजमहल ।
गुंबद के नीचे कक्ष में ,
कब्र बना राजा रानी ,
शाहजहां और मुमताज ,
रिश्ता था अति रूहानी ,
राजा के प्रेम का प्रतीक ,
दो दिलों की प्रेम कहानी ,
संपूर्ण विश्व का यह ताज ,
सुन लो सब के जुबानी ,
भुला के ना भुलाया ,
यादें सताई जिसकी पल-पल,
भारत के आगरा में बना ,
भव्य आकर्षक ताजमहल।
ताजमहल मुमताज के लिए,
शाहजहां के प्रेम का प्रतीक,
दर्शाती प्रेम गाथा को ,
प्रेम था उसका आंतरिक ,
दीवारों पर कांच के टुकड़े ,
जगह है अति ऐतिहासिक,
मुगलकालीन स्थापत्य कला,
भारतीय मुस्लिम इस्लामिक ,
रहती है हमेशा वहां ,
विदेशियों का चहल-पहल ,
भारत के आगरा में बना ,
भव्य आकर्षक ताजमहल ।
रात की चांदनी में ,
लगता बहुत सुंदर मनोरम,
आकर्षक लान सजावटी पेड़,
देख मिट जाता सारा गम ,
बाहर ऊंचा दरवाजा ,
कारीगरों का कठिन परिश्रम ,
राजा रानी की प्रणय गाथा ,
सुन आंखे हो जाती नम ,
प्रेम की यादगार बनी ,
अतीत के वो कल ,
भारत के आगरा में बना ,
भव्य आकर्षक ताजमहल ।
श्रीमती शशिकला कठोलिया, अमलीडीह, डोंगरगांव, जिला- राजनांदगांव( छत्तीसगढ़ )
कविता बहार से जुड़ने के लिये धन्यवाद