साँझ के हाइकु

हाइकु

साँझ के हाइकु 1 साँझ महके प्रिया जूड़े में फँसापिया को ताके ।। 2 साँझ पुकारे सूर्य शर्म से लाल चाँद जो झाँके ।। 3 साँझ का सूर्य बूढ़े की सुनो कोई देर क्यों हुई ? 4 रातें डराती प्रभू भजने लगी संध्या की ज्योति ।। 5 साँझ का मन थका , बुझा, रूठा सा … Read more

कैसे जीना भा गया

virah viyog bewafa sad women

कैसे जीना भा गया दिल में जब तेरा खयाल आता है,बस एक ही सवाल आता है,न तुम्हें सोच पाती हूँ,और न लिख पाती हूँ,तुम्हारी यादें अब भी आती हैं,दर्द के लहरों से टकरा लौट जाती हैं,महसूस करना चाहता है तुम्हें दिल,पर पहले ही तड़प उठता है,उस दर्द की सिहरन से,जिसे दिल ने महसूस किया है,काश … Read more

दुनिया में मोर बजरंगी के नाम बड़े हे

bajrang hanumaan

दुनिया में मोर बजरंगी के नाम बड़े हे दुनिया में मोर बजरंगी के नाम बड़े हे ।नाम बड़े हे दुनिया में  काम बड़े हे।दुनिया में मोर बजरंगी के नाम बड़े हे । राम नाम दिन रात जपत हे करे राम के काम ।भरत सही पिरोहिल राम के ह्रदय लगाये राम ।सूरज को लीलने  वाला के नाम बड़े … Read more

आओ प्रिय कोई नवगीत गाएँ

chandani raat

आओ प्रिय कोई नवगीत गाएँ चलो जीवन में कुछ परिवर्तन लाएँकुछ अच्छा याद रखें कुछ बुरा भूल जाएँआओ प्रिय मैं से हम हो जाएँ। यादों का पुलिंदा जीवन मेंजाने कब से सिसक रहा हैआओ प्रिय कुछ गिले-शिकवे मिटाएँ। शिद्दत से चाहा था कभी हमेंमुद्दत से वो दौर नहीं आयाअनकही सी पहेली है जीवनआओ प्रिय कुछ … Read more

गीत अब कैसे लिखूं

हाइकु

गीत अब कैसे लिखूं स्वप्न आंखों    में  मरे  हैं,पुहुप खुशियों के झरे  हैं,गीत  अब   कैसे   लिखूं।। सूखती सरिता नयन की,दिन फिरे चिंतन मनन की।अब  निभाता  कौन  रिश्ता,सात  जन्मों  के वचन की।।प्रिय जनों  के  साथ   छूटे,शेष   अपने    वही   रूठे।गीत  अब   कैसे    लिखूं।। हसरतों   के     झरे   पत्ते,वृक्ष  से   उघरे  हुए   हम।कर तिरोहित पुण्य पथ को,धूल  से  बिखरे  … Read more