मानव जीवन है अनमोल
इसको ना तुम करो बेकार
एक पुरानी कहावत है
सादा जीवन उच्च विचार
शाकाहार सर्वोत्तम आहार
इसपर सब मिलकर करो विचार
तन मन में जो ताजगी भरे
रोम रोम में जो स्फूर्ति भरे
खाओ खूब फलाहार
खाओ तुम ऐसा आहार
झाँक के देखो अपने अंदर तुम
किसी की हत्या करना क्या शोभा देता है
किसने हक दिया है हमको
जब किसी को जीवनदान हम दे नहीं सकते
तो कोई हक नहीं बनता है
किसी के जीवन को अंत करने का
मानव धर्म नहीं कहता है
किसी की जान लेने को
स्वच्छ मन और स्वस्थ तन
बनाना है
शाकाहार सर्वोत्तम आहार को
अपनाना है
मत करो किसी के जीवन से तुम खिलवाड़
खोल लो बंद दिमाग का किवाड़
ये बात सौ प्रतिशत सच है
शाकाहार ही सर्वोच्च आहार
शांत मन और उचित मन से
तुम एक बार कर लो विचार
मानव जीवन बहुत मुश्किल से है मिलता
किसी के संग न करो दुर्व्यवहार
गाय घोड़ा हाथी हिरण
जानवर होकर भी शाकाहारी है
इंसानो को इश्वर ने शाकाहारी बनाया है
हमे ये याद रखना चाहिए
शेर बिल्ली जैसे ना
हमारी बनावट है
ना हमारे पंजे है
ना नुकीले दांत है
ना वैसी पाचन शक्ति हैं
ना ही वैसी आंत है
जानवर अपना धर्म निभाते
फिर हम मनुष्य क्यूँ है भूल जाते
चलो मिटाए भ्रांतियों को
तन-मन को स्वच्छ बनाते है
छोड़कर मांस मछली को खाना
शाकाहारी को अपनाते है
दाल सोयाबीन पनीर में
प्रोटीन की प्रचूर मात्रा है
सब्जियों को तुम जी भर खाओ
इसमे ताकत भरमार है
एक बात को गांठ बाँध लो
शाकाहार ही सर्वोत्तम आहार है
अनिता आचार्य
महाराष्ट्र