हर क्षण नया है

हर क्षण नया है।साल नया आ गया गौर से देखो हर क्षण नया होता है।कुछ मिलता है, कुछ खोना होता है।हर क्षण नया होता है।जीवन के इस सफर में, कोई…

Continue Readingहर क्षण नया है

नव वर्ष का उत्सव !

*नव वर्ष का उत्सव !*मैंने नव वर्ष का उत्सवआज ये नही मनाया है..........!किसे मनाऊँ,किसे नहीकुछ समझ न आया है .....!! चाहे ये विक्रम संवत हो या जो ग्रेगोरियन रंगाया हैचाहे…

Continue Readingनव वर्ष का उत्सव !

अंग्रेजी नव-वर्ष- अभिनंदन

अंग्रेजी नव-वर्ष- अभिनंदन कुण्डलिया 🚩१.🚩कहें तेईस अलविदा, स्वागत है नववर्ष|मंगल मोद मना रहे़ं , है प्रतीक्षा सहर्ष ||है प्रतीक्षा सहर्ष, स्वप्न चौबीस के सजे|हर्षित जनमन‌ आज, नूतन संवत् विराजे||विनय करे…

Continue Readingअंग्रेजी नव-वर्ष- अभिनंदन

नव वर्ष पर कविता

नव वर्ष आ गया नववर्ष,क्या संदेह,क्या संभावना है?शेष कुछ सुकुमार सपने,और भूखी भावना है।हैं विगत के घाव कुछ,जो और गहरे हो रहे हैं,बात चिकनी और चुपड़ी,सभ्यता या यातना है!ओढ़कर बाजार…

Continue Readingनव वर्ष पर कविता