शारदा-वंदन :मात नमन हम करें सदा ही

शारदा-वंदन :मात नमन हम करें सदा ही मात नमन हम करें सदा ही,हमें बौद्धिक दान दो।पढ़ लिख सीखें तमस मिटाएँ,ज्ञान का वरदान दो।अज्ञानता को दूर कर माँ,ज्ञान का पथ भान दो।पित,मात,गुरु सेवा करूँ माँ ,भाव संगत मान दो। मात शारदे वंदन गाता,चरण कमल पखारता।तरनी तार मोरि तो माता,दूर कर अज्ञानता।नवल प्रकाश ज्ञान का भर दे,पथ … Read more

गणतंत्र गाथा / बाबू लाल शर्मा ” बौहरा ”

Happy Republic day

गणतंत्र गाथा / बाबू लाल शर्मा ” बौहरा ” पुरा कहानी,याद सभी को, मेरे देश जहाँन की।कहें सुने गणतंत्र सु गाथा, अपने देश महान की। सन सत्तावन की गाथाएँ,आजादी हित वीर नमन।रानी झाँसी नाना साहब, ताँत्या से रणधीर नमन। तब से आजादी तक देखो,युद्व रहा ये जारी था।वीर हमारे नित मरते थे, दर्द गुलामी भारी … Read more

चित्र मित्र इत्र चरित्र

चित्र मित्र इत्र चरित्र चित्र रचित कपि देखकर, डरती जो सुकुमारि।नव चरित्र वनवास में, रहती जनक दुलारि।। मित्र मिले यदि कर्ण सा, सखा कृष्ण सा साथ।विजित सकल संसार भव, वह चरित्र दे नाथ।। गन्धी चतुर सुजान नर, बेच रहे नित इत्र।सूँघ परख कर ले रहे, ग्राहक बुद्धि चरित्र।। मित्र इत्र सम मानिये, यश सुगंध प्रतिमान।भव … Read more

छंद की परिभाषा

छंद की परिभाषा छंद शब्द ‘चद्’ धातु से बना है जिसका अर्थ है ‘ आह्लादित ” , प्रसन्न होना।‘वर्णों या मात्राओं की नियमित संख्या के विन्यास से यदि आह्लाद पैदा हो, तो उसे छंद कहते हैं’।छंद का सर्वप्रथम उल्लेख ‘ऋग्वेद’ में मिलता है। छंद के अंग- 1.चरण/ पद- छंद के प्रायः 4 भाग होते हैं। … Read more