कविता मेरी ऐसी हो
कविता मेरी ऐसी हो कविता मेरी ऐसी होजिसमें हो कोई संदेश ।संतों की वाणी हो जिसमेंगीता का उपदेश ।गौतम हो गुरू नानक होहो उनकी गुरु वाणीगंगा जल की पवित्रता होमहानदी का पानी ।गंगा से सिंचित कविता कोमिले नया परिवेश ।संतों की वाणी हो जिसमेंगीता का उपदेश ।लक्ष्मी बाई हो कविता मेंभगत सिंग बलिदानी ।विस्मिल और … Read more